कोरबा: धर्म सेना की ओर से कटघोरा के संस्कृतिक भवन में रविवार 24 दिसंबर को धर्मांतरण कर चुके परिवारों की घर वापसी कार्यक्रम रखा गया है. यहां समाज प्रमुख सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया है. कार्यक्रम में हिंदू धर्म से दूसरे धर्म में गए 101 परिवारों की घर वापसी होगी. यानी कि ये वापस सनातन धर्म में शामिल होंगें.
दूसरे धर्म में गए हिंदू परिवारों की वापसी: शहर के प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान धर्म सेना के बिलासपुर विभाग अध्यक्ष विष्णु पटेल ने घर वापसी की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि, "अखिल भारतीय घर वापसी प्रमुख और धर्म सेवा छत्तीसगढ़ के प्रदेश संरक्षक प्रबल प्रताप सिंह जूदेव और हिंदू वाहिनी के राष्ट्रीय सह सचिव कौशलेंद्र सिंह की उपस्थिति में समारोह का आयोजन होगा. इसमें घर वापसी कार्यक्रम में हिंदू धर्म से दूसरे धर्म में गए लोगों के पैर धोकर पूरे हिंदू रीति-रिवाज से उनकी घर वापसी कराई जाएगी. कार्यक्रम की पूरी तैयारी की जा चुकी है. वर्तमान में हिंदू धर्म के लगभग प्रत्येक समाज के लोग धर्मांतरण के जाल में फंसकर धर्मांतरित हो रहे हैं. इसलिए पहली बार कार्यक्रम के दौरान सभी जिले में रहनेवाले हिंदू समाज के दो-दो प्रमुख लोग भी आमंत्रित किए गए हैं. घर वापसी कार्यक्रम से जुड़कर हिंदू धर्म में परिवारों की वापसी के लिए अहम भूमिका निभाने वाले समाज प्रमुखों को सम्मानित किया जाएगा."
बहला-फुसलाकर कराया गया धर्म परिवर्तन: कोरबा जिले में हिंदूवादी 17 संगठन हैं. उन्हें भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है, जिनका सम्मान किया जाएगा. इस बारे में धर्म सेना के प्रदेशध्यक्ष सुरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि पहले पिछड़े क्षेत्र के लोगों का ही धर्मांतरण हो रहा था. लेकिन पिछले कुछ सालों में धर्मांतरण तेजी से बढ़ा और शहरी क्षेत्र में हिंदू धर्म के सभी समाज के लोग धर्मांतरण के शिकार होने लगे. धर्मांतरण की मुख्य वजह संबंधित धर्म के लोगों की ओर से प्रलोभन देना है. ऐसे परिवारों के हिंदू धर्म में वापसी के लिए घर वापसी कार्यक्रम चलाया जा रहा है."
बता दें कि कोरबा में लगातार दूसरे धर्म में गए लोगों को समझा बुझाकर उनकी घर वापसी कराई जाएगी. कुल 101 परिवार वापस सनातन धर्म को अपनाएंगे.