कोरबा : शनिवार को पूरे शहर में नागपंचमी का पर्व मनाया गया. इस दिन लोगों अपनी भगवान शिव के मंदिर जाकर नाग देवता की पूजा की. जिले में करतला विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत मकुंदपुर के पास सीधापाठ नाम से एक पहाड़ है, जहां सिद्ध बाबा विराजमान हैं. सीधापाठ पहाड़ के आसपास के गांव वाले यहां नाग पंचमी के दिन दर्शन करने के लिए आते हैं.
श्रद्धालुओं ने बताया कि सिद्धबाबा जिस पहाड़ की गुफा विराजमान हैं, वहां आने जाने के लिए रास्ता नहीं है, बावजूद इसके हर साल श्रद्धालु अपनी जान जोखिम में डालकर पथरीली रास्ते से होकर श्रद्धालु सिद्धबाबा दर्शन करने पहुंचते हैं.
संक्रमण काल में भी पहुंच रहे श्रद्धालु
सिद्धबाबा के दर्शन करने आए श्रद्धालु ने बताया कि तीन-चार पीढ़ी से इस पहाड़ के नीचे मेला लग रहा है. उन्होंने बताया कि इसके पीछे एक पौराणिक कहानी है. जिसके मुताबिक जब सिद्धबाबा अपने हाथी पर सवार होकर मां मड़वारानी की बरात में जा रहे थे, उसी दौरान किसी बात को लेकर देवी-देवताओं के बीच झगड़ा हो गया, उसके बाद सिद्धबाबा अपने हाथी को पहाड़ के नीचे रखकर पहाड़ के ऊपर चले गए. उसके बाद गांव का बैगा उस पहाड़ पर पूजा अर्चना करने गया और वापस लौटकर सभी गांव वालों को सिद्धबाबा के बारे में बताया.
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श्रद्धालु ने बताया कि पहाड़ के ऊपर एक छोटी सी गुफा है, जहां सिद्धबाबा और सातबनिया विराजित हैं. इसके आलावा गुफा के अंदर में एक छोटा सा कुंड है.उन्होंने बताया कि हर साल यहां नागपंचमी के अवसर पर मेले का आयोजन किया जाता है. लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण के कारण मेला नहीं लगाया गया है. बावजूद इसके श्रद्धालु सिद्धबाबा दर्शन करने पहुंच रहे हैं. बता दें कि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का श्रद्धालुओं ने जमकर उल्लंघन किया. पूजा के लिए पहुंचने वाले ज्यादातर श्रद्धालुओं ने न तो मास्क लगा रखा था और न ही वो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर आए.