कोरबा: अखिल भारतीय जनजातीय सुरक्षा मंच ने अपने अधिकारों को लेकर मंगलवार को डीलिस्टिंग रैली (religious conversion in korba) निकाली. रैली के जरिये मांग की गई है कि धर्मांतरण करने वाले आदिवासियों का आरक्षण समाप्त कर उन्हें डीलिस्ट किया जाए. कोरबा के ओपन थिएटर में आयोजित डी लिस्ट महासभा में वक्ताओं ने कहा कि पूरे देश में लड़ाई को और तेज किया जाएगा.
इन स्थानों से गुजरी रैली : जनजाति सुरक्षा मंच की जिला इकाई ने मंगलवार को कोरबा शहर के वाल्मीकि आश्रम से रैली प्रारंभ की. रैली आईटीआई चौक, कोसाबाड़ी, सुभाष चौक से होते घण्टा घर पहुंची. इस रैली में अनुसूचित जनजाति समुदाय के अलावा अन्य वर्ग के लोग भी बड़ी संख्या में जुटे थे.
धर्म परिवर्तन कर चुके लोगों को आरक्षण से वंचित करने की मांग : जनजाति सुरक्षा मंच द्वारा देशभर में व्यापक अभियान चला रहा है. सरकार से जनजाति वर्ग से धर्मांतरण पर प्रभावी रोक तथा जिन लोगों ने धर्मांतरण कर लिया, ऐसे लोगों को अनुसूचित जनजाति की सूची से बाहर करने की मांग की है. इस अभियान को डी-लिस्टिंग नाम दिया गया है. जिसको लेकर अभियान का आगाज हो चुका है.
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ननकी बोले लाभ से वंचित हो जिन्होंने छोड़ा धर्म : डीलिस्टिंग रैली में पूर्व गृह मंत्री और रामपुर विधायक ननकीराम कंवर भी शामिल हुए थे. उनके अलावा भाजपा के पदाधिकारी पूर्व महापौर जोगेश लांबा सहित आदिवासी समुदाय के जनप्रतिनिधि रैली में शामिल हुए.ननकीराम ने कहा कि जिन लोगों ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया है.अब वह आरक्षण का लाभ लेने का हक खो चुके हैं.इसलिए उन्हें आरक्षण से वंचित किया जाए.