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कोरबा प्रशासन से बड़ी चूक, रातभर घर में रुका कोरोना पॉजिटिव मरीज

शुक्रवार को जिले के कुदुरमाल स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में 12 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे. प्रशासन ने दावा किया था की ये कोरोना संक्रमित मरीज सीधे क्वॉरेंटाइन सेंटर लाए गए थे. लेकिन इनमें से एक युवक के बारे में जानकारी लगी है कि वो क्वॉरेंटाइन सेंटर जाने से पहले एक रात अपने घर में रुका था. इसके बाद कोरोना पॉजिटिव के पूरे परिवार को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजने की तैयारी की जा रही है.

Negligence of Korba administration
कोरबा प्रशासन से बड़ी चूक
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Published : May 23, 2020, 10:27 PM IST

Updated : May 24, 2020, 10:14 AM IST

कोरबा: प्रशासन की एक बड़ी चूक सामने आई है. शुक्रवार को जिले के कुदुरमाल स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में 12 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे. प्रशासन ने दावा किया था कि ये कोरोना संक्रमित मरीज सीधे क्वॉरेंटाइन सेंटर लाए गए थे. लेकिन इनमें से एक युवक के बारे में जानकारी मिल रही है कि, वह क्वॉरेंटाइन सेंटर जाने से पहले एक रात अपने घर में रुका था. जिसकी कोरोना रिपोर्ट शुक्रवार की सुबह पॉजिटिव मिलने के बाद, उसे बिलासपुर या रायपुर में इलाज के लिए शिफ्ट किया गया है.

कोरबा प्रशासन से बड़ी चूक

ऐसा माना जा रहा है कि, कहीं न कहीं इस मामले में प्रशासन से चूक हुई है. बता दें कि प्रशासनिक अधिकारी इसके पहले तक यह दावा करते रहे हैं कि कुदुरमाल क्वॉरेंटाइन सेंटर के कोरोना पॉजिटिव पाए गए सभी 12 लोग किसी भी व्यक्ति से संपर्क में नहीं हैं, इसलिए संक्रमण फैलने की संभावना न के बराबर है. शनिवार को जैसे ही इस बात की जानकारी प्रशासन को मिली एक बार फिर हड़कंप मच गया है. कोरोना पॉजिटिव के पूरे परिवार को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजने की तैयारी की जा रही है.

अलग-अलग राज्यों से लौटने वाले प्रवासी मजदूरों के कारण कोरबा में कोरोना का संक्रमण फिर फैलने लगा है. कुदुरमाल के क्वॉरंटाइन सेंटर में 12 प्रवासी मजदूर कोरोना पॉजिटिव मिले थे. यह सभी 14 मई को क्वॉरेंटाइन सेंटर में पहुंचे थे. इनमे से ज्यादातर प्रवासी मजदूर हैं. जो महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के शहरों से ट्रक के सहारे, लिफ्ट और पैदल किसी तरह जिले की सीमा में दाखिल हुए थे.

पढे़ं:फिर बढ़ी कोरबा में मरीजों की संख्या, देखिए ETV भारत की ग्राउंड रिपोर्ट

संक्रमित युवक के पड़ोसियों ने बताया कि 13 और 14 मई की रात को लगभाग 2 बजे के आसपास कोरबा विकास खंड के गांव कुकरीचोली के अपने निवास में पैदल चलते हुए युवक पहुंचा था. कोरोना पॉजिटिव मिले इस युवक के परिजन ने बताया कि वह एमपी में रहकर पढ़ाई कर रहा था. एमपी से वापस आकर घर में खाना खाकर बिस्तर पर सो गया और सुबह उठकर कुदुरमाल के क्वॉरेंटाइन सेंटर चला गया. जिस घर में कोरोना पॉजिटिव युवक रुका हुआ था, उस घर को शनिवार की शाम तक सैनिटाइज नहीं किया गया है.

पड़ोसी ने बताया कि रात के समय युवक घर आया और सुबह चला गया. पड़ोस में कोरोना पॉजिटिव मिलने से आसपास के ग्रामीणों में दहशत है. जैसे ही उरगा पुलिस को सूचना मिली कि कोरोना पॉजिटिव पाया गया युवक क्वॉरेंटाइन सेंटर जाने से पहले अपने घर में रुका हुआ था. पुलिस ने भी अपने स्तर पर जांच शुरू की परिजनों और आसपास के पड़ोसियों से पूछताछ की गई है.
प्रशासन में हलचल
उरगा टीआई अभय सिंह के मुताबिक परिजनों और पड़ोसियों से यह जानकारी मिली है कि युवक क्वॉरेंटाइन सेंटर जाने के पहले अपने घर में रुका था. इसकी जानकारी तहसीलदार को दे दी गई है. आगे की कार्रवाई जारी है. मामले में कलेक्टर किरण कौशल का कहना है कि एसडीएम के माध्यम से हमें यह जानकारी मिली है कि कोरोना पॉजिटिव पाया गया युवक क्वॉरेंटाइन सेंटर में जाने के पहले अपने घर चला गया था. उसके पूरे परिवार को कोरोना प्रोटोकॉल के तहत क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजने की तैयारी की जा रही है.

कोरबा: प्रशासन की एक बड़ी चूक सामने आई है. शुक्रवार को जिले के कुदुरमाल स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में 12 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे. प्रशासन ने दावा किया था कि ये कोरोना संक्रमित मरीज सीधे क्वॉरेंटाइन सेंटर लाए गए थे. लेकिन इनमें से एक युवक के बारे में जानकारी मिल रही है कि, वह क्वॉरेंटाइन सेंटर जाने से पहले एक रात अपने घर में रुका था. जिसकी कोरोना रिपोर्ट शुक्रवार की सुबह पॉजिटिव मिलने के बाद, उसे बिलासपुर या रायपुर में इलाज के लिए शिफ्ट किया गया है.

कोरबा प्रशासन से बड़ी चूक

ऐसा माना जा रहा है कि, कहीं न कहीं इस मामले में प्रशासन से चूक हुई है. बता दें कि प्रशासनिक अधिकारी इसके पहले तक यह दावा करते रहे हैं कि कुदुरमाल क्वॉरेंटाइन सेंटर के कोरोना पॉजिटिव पाए गए सभी 12 लोग किसी भी व्यक्ति से संपर्क में नहीं हैं, इसलिए संक्रमण फैलने की संभावना न के बराबर है. शनिवार को जैसे ही इस बात की जानकारी प्रशासन को मिली एक बार फिर हड़कंप मच गया है. कोरोना पॉजिटिव के पूरे परिवार को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजने की तैयारी की जा रही है.

अलग-अलग राज्यों से लौटने वाले प्रवासी मजदूरों के कारण कोरबा में कोरोना का संक्रमण फिर फैलने लगा है. कुदुरमाल के क्वॉरंटाइन सेंटर में 12 प्रवासी मजदूर कोरोना पॉजिटिव मिले थे. यह सभी 14 मई को क्वॉरेंटाइन सेंटर में पहुंचे थे. इनमे से ज्यादातर प्रवासी मजदूर हैं. जो महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के शहरों से ट्रक के सहारे, लिफ्ट और पैदल किसी तरह जिले की सीमा में दाखिल हुए थे.

पढे़ं:फिर बढ़ी कोरबा में मरीजों की संख्या, देखिए ETV भारत की ग्राउंड रिपोर्ट

संक्रमित युवक के पड़ोसियों ने बताया कि 13 और 14 मई की रात को लगभाग 2 बजे के आसपास कोरबा विकास खंड के गांव कुकरीचोली के अपने निवास में पैदल चलते हुए युवक पहुंचा था. कोरोना पॉजिटिव मिले इस युवक के परिजन ने बताया कि वह एमपी में रहकर पढ़ाई कर रहा था. एमपी से वापस आकर घर में खाना खाकर बिस्तर पर सो गया और सुबह उठकर कुदुरमाल के क्वॉरेंटाइन सेंटर चला गया. जिस घर में कोरोना पॉजिटिव युवक रुका हुआ था, उस घर को शनिवार की शाम तक सैनिटाइज नहीं किया गया है.

पड़ोसी ने बताया कि रात के समय युवक घर आया और सुबह चला गया. पड़ोस में कोरोना पॉजिटिव मिलने से आसपास के ग्रामीणों में दहशत है. जैसे ही उरगा पुलिस को सूचना मिली कि कोरोना पॉजिटिव पाया गया युवक क्वॉरेंटाइन सेंटर जाने से पहले अपने घर में रुका हुआ था. पुलिस ने भी अपने स्तर पर जांच शुरू की परिजनों और आसपास के पड़ोसियों से पूछताछ की गई है.
प्रशासन में हलचल
उरगा टीआई अभय सिंह के मुताबिक परिजनों और पड़ोसियों से यह जानकारी मिली है कि युवक क्वॉरेंटाइन सेंटर जाने के पहले अपने घर में रुका था. इसकी जानकारी तहसीलदार को दे दी गई है. आगे की कार्रवाई जारी है. मामले में कलेक्टर किरण कौशल का कहना है कि एसडीएम के माध्यम से हमें यह जानकारी मिली है कि कोरोना पॉजिटिव पाया गया युवक क्वॉरेंटाइन सेंटर में जाने के पहले अपने घर चला गया था. उसके पूरे परिवार को कोरोना प्रोटोकॉल के तहत क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजने की तैयारी की जा रही है.

Last Updated : May 24, 2020, 10:14 AM IST
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