कोरबा: कलेक्टर किरण कौशल शुक्रवार को कुसमुंडा खदान के विस्थापित गांव वैशाली नगर पहुंची. जहां उन्होंने लोगों से उनकी समस्याओं और मांगों के बारे में जानकारी ली. साथ ही कलेक्टर ने स्याहीमुड़ी के प्रयास आवासीय विद्यालय का औचक निरीक्षण भी किया.
इस दौरान प्रभावित परिवारों को वैशाली नगर में पुनर्वास किए जाने के लिए आवंटित की गई भूमि का कोई दस्तावेज, रिकार्ड या आवंटन पत्र नहीं मिला है. SECL प्रबंधन द्वारा अब तक कोई दस्तावेज नहीं दिए जाने पर कलेक्टर ने आश्चर्य जताते हुए इसपर नाराजगी भी जताई. उपस्थित प्रभावितों ने भी कलेक्टर से इस संबंध में SECL प्रबंधन को निर्देषित करने की मांग की.
आबंटन पत्र उपलब्ध कराने दिए निर्देश
ग्रामीणों की मांग पर कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित SECL के अधिकारियों से मुलाकात की. उन्होंने एक सप्ताह के अंदर सभी पुनर्वासित प्रभावितों को भूमि संबंधी आबंटन पत्र और दस्तावेज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. इस दौरान उन्होंने 9वीं और दसवीं के छात्रों से कक्षा में जाकर बातचीत की और उनकी समस्याओं और जरूरतों के बारे में पूछा.
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कलेक्टर ने विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाया
कलेक्टर ने सभी विद्यार्थियों को मन लगाकर पढ़ाई करने की सलाह देते हुए उनका हौसला बढ़ाया. इस दौरान अधिकारियों को विद्यालय से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित अधीक्षिका पूनम ध्रुव की एक वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि अधीक्षिका आगामी तीन दिनों में विद्यालय परिसर में वापस आने के लिए सुनिश्चित करें नहीं तो उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी.