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कोरबा में सीएमएचओ का आदेश था अस्पष्ट, शव का पोस्टमार्टम कराने घंटों इंतजार करते रहे परिजन - Korba relatives of deceased had to wait for hours for postmortem with dead body

कोरबा में स्वास्थ्य विभाग की एक और लापरवाही के कारण परिवार के सदस्य के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए परिजनों को घंटों इंतजार करना पड़ा.

CMHO order was unclear in Korba
कोरबा में सीएमएचओ का आदेश था अस्पष्ट
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Published : Mar 8, 2022, 11:54 AM IST

Updated : Mar 8, 2022, 1:53 PM IST

कोरबा: कोरबा में स्वास्थ्य विभाग हमेशा सवालों के घेरे में रहता है. गीता देवी मेमोरियल अस्पताल में कोरवा जनजाति के महिला की मौत का मामला शांत भी नहीं हुआ कि एक और मामले में कोरबा स्वास्थ्य विभाग घिर गया है. दरअसल, स्वास्थ्य विभाग के एक आदेश के कारण मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम करने के लिए चिकित्सक कंफ्यूज हो गए. इस कारण दर्री थाना क्षेत्र से मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे मृतक के परिजनों को घंटों परेशान होना पड़ा. ड्यूटी पर रहे चिकित्सक ने पहले तो सब वापस कटघोरा ले जाने को कह दिया. जब मामला डीन तक पहुंचा तब अस्पताल परिसर में पोस्टमार्टम कराया गया.

सीएसईबी से पहुंचे थे मेडिकल कॉलेज अस्पताल

सोमवार को दर्री थाना से परिजन मृतक का शव लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे थे. इस विषय में दर्री थाना क्षेत्र के निवासी राजू सोनी ने बताया कि सोमवार सुबह ही उनके चाचा की मृत्यु हो गई थी. हृदयाघात से मौत के बाद विधिसम्मत कार्रवाई के लिए उन्होंने थाने को सूचना दी. इसके बाद थाना से एक आरक्षक के साथ पोस्टमार्टम के लिए हम जिला अस्पताल पहुंचे थे. लेकिन वहां हमें ड्यूटी पर रहे डॉक्टर ने एक आदेश दिखाया और कहा कि दर्री थाना क्षेत्र से आने वाला पोस्टमार्टम जिला अस्पताल में नहीं होगा. इसलिए शव वापस ले जाएं. पोस्टमार्टम गोपालपुर या सामुदायिक स्वास्थ केंद्र कटघोरा में किया जाएगा.

कोरबा स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही

अस्पताल प्रबंधन के ऐसे रवैये से परिजन आहत

राजू ने बताया कि शव लेकर जिला अस्पताल पहुंचने के बाद हमने 2 से 3 घंटे इंतजार किया. अब इसे वापस लेकर जाने को कहा जा रहा है. परिवार में मौत से हम पहले ही परेशान हैं. यहां से फिर 30 किलोमीटर दूर कटघोरा में पोस्टमार्टम के लिए जाना होगा. जिससे हमें और अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दर्री थाना में भी इस विषय में किसी ने नहीं बताया. अब अस्पताल प्रबंधन के ऐसे रवैये से हम बेहद आहत हैं.

डीन ने कहा-कोरबा में सीएमएचओ का आदेश अस्पष्ट इसलिए हुआ कन्फ्यूजन

यह मामला जब मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डीन डॉ. अविनाश विश्राम तक पहुंचा. उन्होंने कहा कि इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने एक आदेश जारी किया था. यह आदेश जिला पुलिस अधीक्षक के उस पत्र के आधार पर जारी किया गया था, जिसे पुलिस अधीक्षक ने दर्री थाना क्षेत्र के medico-legal केस और पोस्टमार्टम के लिए गोपालपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कराये जाने का उल्लेख किया है.

यह भी पढ़ें: सुखद खबर....कोरबा मेडिकल कॉलेज को जल्द मिल सकती है मान्यता, दिल्ली से पहुंची एनएमसी टीम

सीएमएचओ के आदेश में उल्लेख

अब सीएमएचओ ने एक आदेश जारी किया, जिसमें उल्लेख है कि गोपालपुर में शव विच्छेदन कक्ष उपलब्ध नहीं है. इस कारण यहां मेडिको लीगल केस होगा. लेकिन पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल या फिर कटघोरा जाना होगा. डीन ने यह भी कहा कि नियमानुसार यदि किसी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र मेडिको लीगल केस किया जाता है तो पोस्टमार्टम भी किया जाना चाहिए. यह आदेश ही अस्पष्ट है. इस वजह से कन्फ्यूजन हुआ. जैसे ही यह मामला संज्ञान में आया, हमने अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया है. शव अस्पताल में आ गया तो उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा.

सुधरने के बजाय उलझ गई व्यवस्था

दर्री थाना से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोपालपुर की दूरी 3 किलोमीटर है.जबकि जिला अस्पताल की दूरी लगभग 12 किलोमीटर और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कटघोरा की दूरी 20 किलोमीटर है. पुलिस का समय बचाने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोपालपुर में ही ऐसी और पोस्टमार्टम से संबंधित प्रकरणों का निपटारा करने का आदेश जारी किया गया है. लेकिन गोपालपुर में शव विच्छेदन कक्ष मौजूद नहीं है.जिसके कारण सीएमएचओ ने एक आदेश जारी कर दिया, जिसमें यह लिख दिया कि गोपालपुर में पोस्टमार्टम नहीं होगा. लेकिन MLC संबंधित प्रकरणों में डॉक्टरी मुलाहिजा किया जाएगा. जिसकी वजह से कन्फ्यूजन की स्थिति बनी.

कोरबा: कोरबा में स्वास्थ्य विभाग हमेशा सवालों के घेरे में रहता है. गीता देवी मेमोरियल अस्पताल में कोरवा जनजाति के महिला की मौत का मामला शांत भी नहीं हुआ कि एक और मामले में कोरबा स्वास्थ्य विभाग घिर गया है. दरअसल, स्वास्थ्य विभाग के एक आदेश के कारण मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम करने के लिए चिकित्सक कंफ्यूज हो गए. इस कारण दर्री थाना क्षेत्र से मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे मृतक के परिजनों को घंटों परेशान होना पड़ा. ड्यूटी पर रहे चिकित्सक ने पहले तो सब वापस कटघोरा ले जाने को कह दिया. जब मामला डीन तक पहुंचा तब अस्पताल परिसर में पोस्टमार्टम कराया गया.

सीएसईबी से पहुंचे थे मेडिकल कॉलेज अस्पताल

सोमवार को दर्री थाना से परिजन मृतक का शव लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे थे. इस विषय में दर्री थाना क्षेत्र के निवासी राजू सोनी ने बताया कि सोमवार सुबह ही उनके चाचा की मृत्यु हो गई थी. हृदयाघात से मौत के बाद विधिसम्मत कार्रवाई के लिए उन्होंने थाने को सूचना दी. इसके बाद थाना से एक आरक्षक के साथ पोस्टमार्टम के लिए हम जिला अस्पताल पहुंचे थे. लेकिन वहां हमें ड्यूटी पर रहे डॉक्टर ने एक आदेश दिखाया और कहा कि दर्री थाना क्षेत्र से आने वाला पोस्टमार्टम जिला अस्पताल में नहीं होगा. इसलिए शव वापस ले जाएं. पोस्टमार्टम गोपालपुर या सामुदायिक स्वास्थ केंद्र कटघोरा में किया जाएगा.

कोरबा स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही

अस्पताल प्रबंधन के ऐसे रवैये से परिजन आहत

राजू ने बताया कि शव लेकर जिला अस्पताल पहुंचने के बाद हमने 2 से 3 घंटे इंतजार किया. अब इसे वापस लेकर जाने को कहा जा रहा है. परिवार में मौत से हम पहले ही परेशान हैं. यहां से फिर 30 किलोमीटर दूर कटघोरा में पोस्टमार्टम के लिए जाना होगा. जिससे हमें और अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दर्री थाना में भी इस विषय में किसी ने नहीं बताया. अब अस्पताल प्रबंधन के ऐसे रवैये से हम बेहद आहत हैं.

डीन ने कहा-कोरबा में सीएमएचओ का आदेश अस्पष्ट इसलिए हुआ कन्फ्यूजन

यह मामला जब मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डीन डॉ. अविनाश विश्राम तक पहुंचा. उन्होंने कहा कि इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने एक आदेश जारी किया था. यह आदेश जिला पुलिस अधीक्षक के उस पत्र के आधार पर जारी किया गया था, जिसे पुलिस अधीक्षक ने दर्री थाना क्षेत्र के medico-legal केस और पोस्टमार्टम के लिए गोपालपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कराये जाने का उल्लेख किया है.

यह भी पढ़ें: सुखद खबर....कोरबा मेडिकल कॉलेज को जल्द मिल सकती है मान्यता, दिल्ली से पहुंची एनएमसी टीम

सीएमएचओ के आदेश में उल्लेख

अब सीएमएचओ ने एक आदेश जारी किया, जिसमें उल्लेख है कि गोपालपुर में शव विच्छेदन कक्ष उपलब्ध नहीं है. इस कारण यहां मेडिको लीगल केस होगा. लेकिन पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल या फिर कटघोरा जाना होगा. डीन ने यह भी कहा कि नियमानुसार यदि किसी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र मेडिको लीगल केस किया जाता है तो पोस्टमार्टम भी किया जाना चाहिए. यह आदेश ही अस्पष्ट है. इस वजह से कन्फ्यूजन हुआ. जैसे ही यह मामला संज्ञान में आया, हमने अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया है. शव अस्पताल में आ गया तो उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा.

सुधरने के बजाय उलझ गई व्यवस्था

दर्री थाना से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोपालपुर की दूरी 3 किलोमीटर है.जबकि जिला अस्पताल की दूरी लगभग 12 किलोमीटर और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कटघोरा की दूरी 20 किलोमीटर है. पुलिस का समय बचाने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोपालपुर में ही ऐसी और पोस्टमार्टम से संबंधित प्रकरणों का निपटारा करने का आदेश जारी किया गया है. लेकिन गोपालपुर में शव विच्छेदन कक्ष मौजूद नहीं है.जिसके कारण सीएमएचओ ने एक आदेश जारी कर दिया, जिसमें यह लिख दिया कि गोपालपुर में पोस्टमार्टम नहीं होगा. लेकिन MLC संबंधित प्रकरणों में डॉक्टरी मुलाहिजा किया जाएगा. जिसकी वजह से कन्फ्यूजन की स्थिति बनी.

Last Updated : Mar 8, 2022, 1:53 PM IST
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