कोरबा: छत्तीसगढ़ के करीब 13 हजार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) संविदा कर्मचारियों ने नियमितीकरण किए जाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया है. इससे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा प्रभावित होने लगी है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में दुरुस्त स्वास्थ्य सेवा का होना काफी अहम है. लेकिन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारियों ने इस दौरान विभिन्न जिलों में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल शुरू कर दिया है. ऐसे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक ने कलेक्टर को पत्र लिखकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
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कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक ने कलेक्टर को पत्र लिखकर हड़ताल पर गए कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं. इस निर्देश के तहत हड़ताल कर रहे कर्मचारियों के विरुद्ध छत्तीसगढ़ अत्यंत आवश्यक सेवा (एस्मा ) के तहत कार्रवाई करने को कहा गया है. साथ ही हड़ताल पर गए कर्मचारियों की एक सूची भी मांगी गई है.
सविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने पिछले दिनों शासन को एनएचएम के स्वास्थ्यकर्मियों को नियमित किये जाने मांग को लेकर पत्र सौंपा था. ऐसा नहीं किए जाने की स्थिति में आंदोलन किए जाने की चेतावनी भी दी थी. ज्ञापन के आधार पर प्रदेश के एनएचएम सविदा स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. ड़ताल ऐसे समय में किया गया है जब छत्तीसगढ़ प्रदेश कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है. इस मामले को छत्तीसगढ़ शासन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने अपना कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कलेक्टर को एस्मा के तहत कार्रवाई के निर्देश भी दे दिए हैं. अब देखना ये होगा कि सरकार और संविदाकर्मियों के बीच की यह जंग कब खत्म होगी