कोरबा: छत्तीसगढ़ विधानसभा की वित्तीय समितियों में से एक समिति बुधवार को कोरबा के प्रवास पर रही. इस समिति में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सतनारायण शर्मा, लखेश्वर बघेल, धनेंद्र साहू के साथ राजमन बेंजाम शामिल थे. यह सभी विधायक सत्ता पक्ष कांग्रेस पार्टी के हैं. हालांकि इस समिति में विपक्ष के भी दो विधायक सदस्यों को दौरे पर आना था. लेकिन रायपुर में भाजपा के प्रदर्शन के कारण केवल सत्तापक्ष के विधायकों ने ही पावर प्लांट का दौरा किया. कांग्रेसी विधायकों की समिति ने पावर प्लांट और यहां काम करने वाले अधिकारियों की तारीफों के जमकर पुल बांधे.
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दो पावर प्लांट का किया निरीक्षण: विधायकों की समिति बुधवार को पूरा दिन कोरबा जिले के दौरे पर रहे. समिति ने पहले मुख्यालय स्थित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विद्युत सहन का निरीक्षण किया. इसके बाद कोरबा पश्चिम विद्युत संयंत्र का निरीक्षण किया. दोनों ही पावर प्लांट का निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता और छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनी के इंजीनियर और अधिकारी समिति के साथ रहे. उन्होंने विद्युत उत्पादन और इसके प्रक्रिया की जानकारी विधायक सदस्यों को दी.
अधिकारी कर रहे बेहतर काम : विधायकों की समिति ने राज्य सरकार के पावर प्लांट और इसके अधिकारियों की जमकर तारीफ की. वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि "हमारा काम है लोकधन का सदुपयोग हो, इसकी जांच कर रिपोर्ट विधानसभा और ऑडिटर को प्रदान करना. हमने यहां पाया की पवार प्लांट में काम कर रहे अधिकारी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. पवार प्लांट अच्छी तरह से चल रहा है. कोरबा जिले में प्रदूषण की भी कोई समस्या नहीं है. यहां जितने भी पौधे रोपे गए थे. वह सभी जीवित हैं. कोरबा एक हरा भरा क्षेत्र है."
63 फीसदी राख का हो रहा है यूटिलाइजेशन: पावर प्लांट में विद्युत उत्पादन के दौरान उत्सर्जित राख के यूटिलाइजेशन के प्रश्न पर सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि इसका नियमों के मुताबिक निपटान किया जा रहा है. इसके लिए पावर प्लांट में एक्सपर्ट कमेटी बनी हुई है और कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है. आजकल सब कुछ ऑनलाइन है और ऑटोमेटिक सिस्टम के जरिए संचालित हो रहा है. इसलिए गड़बड़ी की कोई संभावना नहीं है. जहां जितनी जरूरत होती है, राख सप्लाई की जाती है। पावर प्लांटों में 63 फीसदी राख का यूटिलाइजेशन किया जा रहा है.
नया पावर प्लांट खोलने की है जरूरत: विधायकों की समिति ने निरीक्षण के बाद कोरबा जिले में नया पावर प्लांट खोलने की भी वकालत की है. सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि "बिजली की डिमांड और सप्लाई के मद्देनजर जिले में और भी नए पावर प्लांट खोलने की जरूरत है. जिससे कि राज्य भर में बिजली की जरूरतों को पूरा किया जा सके. हमारे पास पावर प्लांट के लिए पानी, कोयला और जमीन भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद है. अब यह शासन के ऊपर है कि नए पावर प्लांट की स्थापना कब होती है."