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Thermal Power Project In Korba: सीएम बघेल ने कोरबा में 1320 मेगावाट के सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट की रखी आधारशिला, पानी से भी बिजली बनाने की कही बात

Thermal Power Project In Korba कोरबा में शनिवार को पहुंचे सीएम भूपेश बघेल ने 13356 करोड़ रुपये की लागत से कई परियोजनाओं का लोकार्पण करने के साथ ही उनका शिलान्यास किया. 2028 में 1320 मेगावाट के सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट शुरू होने के बाद छ्त्तीसगढ़ में बिजली का उत्पादन 2928 मेगावाट से बढ़कर 4300 मेगावाट हो जाने का दावा किया.

Thermal Power Project In Korba
सीएम बघेल ने कोरबा में 1320 मेगावाट के सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट की रखी आधारशिला
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Published : Jul 29, 2023, 10:01 PM IST

सीएम भूपेश बघेल

कोरबा: सीएम भूपेश बघेल ने शनिवार को कोरबा में 1320 मेगावाट के सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट की आधारशिला रखी. साथ ही इसका नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर करने की घोषणा की. इसके अलावा घंटाघर मैदान में आयोजित कार्यक्रम में सीएम बघेल ने 13 हजार 356 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया गया. वहीं 325 करोड़ की लागत से लेफ्टिनेंट बिसाहू दास महंत मेमोरियल मेडिकल कॉलेज कोरबा के नए भवन की आधारशिला भी रखी.

  • छत्तीसगढ़ के लिए बड़ा दिन!

    छत्तीसगढ़ को ऊर्जा के क्षेत्र में नई ऊंचाई प्रदान करने हेतु कोरबा जिले में 1320 मेगावाट के सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर स्टेशन, कोरबा का आज शिलान्यास किया।

    यहां पर 660 मेगावाट की दो इकाइयां स्थापित होंगी। वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी… pic.twitter.com/vbt2NBTEtS

    — Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 29, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पानी से बिजली पैदा करने पर काम कर सरकार: छत्तीसगढ़ में राज्य संचालित इकाइयों से लगभग 2928 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है. नए संयंत्र के जुड़ने से छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीजीसीएल) की बिजली उत्पादन क्षमता बढ़कर 4300 मेगावाट हो जाएगी. वहीं राज्य सरकार जल विद्युत उत्पादन की दिशा में भी काम कर रही है. 7000 मेगावाट की ऐसी 5 परियोजनाओं के लिए पांच स्थान (बांध और जलाशय) चिह्नित किए हैं. इनमें से एक परियोजना राज्य सरकार विकसित करेगी और बाकी की चार निजी कंपनियां करेंगी.

पांच साल पहले छत्तीसगढ़ में पीक आवर्स के दौरान लगभग 4100 मेगावाट बिजली की आवश्यकता होती थी, जो अब बढ़कर 5800 मेगावाट हो गई है. देश में प्रति व्यक्ति औसत बिजली खपत 1255 यूनिट है. वहीं छत्तीसगढ़ में यह 2211 यूनिट है, जो देश में सबसे ज्यादा है. फिर भी 42 लाख परिवार 400 यूनिट तक की खपत में हाफ बिजली बिल योजना का लाभ उठा रहे हैं, जिन्हें 4105 करोड़ की सब्सिडी दी गई. वहीं किसानों को 12397 करोड़ की सब्सिडी साढ़े चार साल में दी गई. -भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़

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2028 से पहले चालू होगा पावर प्लांट: 1320 मेगावाट के सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट में 660 मेगावाट की दो इकाइयां होंगी. इसके लिए पर्यावरण मंजूरी मिलने के साथ ही कोयला आपूर्ति की भी अनुमति मिल गई है. संयंत्र को 2029-2030 में चालू होने का लक्षय रखा गया है, लेकिन जिस गति से इसकी प्रक्रियाएं चल रही हैं, उसे देखते हुए इसके 2028 से पहले शुरू होने का अनुमान है.

(स्त्रोत-PTI)

सीएम भूपेश बघेल

कोरबा: सीएम भूपेश बघेल ने शनिवार को कोरबा में 1320 मेगावाट के सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट की आधारशिला रखी. साथ ही इसका नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर करने की घोषणा की. इसके अलावा घंटाघर मैदान में आयोजित कार्यक्रम में सीएम बघेल ने 13 हजार 356 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया गया. वहीं 325 करोड़ की लागत से लेफ्टिनेंट बिसाहू दास महंत मेमोरियल मेडिकल कॉलेज कोरबा के नए भवन की आधारशिला भी रखी.

  • छत्तीसगढ़ के लिए बड़ा दिन!

    छत्तीसगढ़ को ऊर्जा के क्षेत्र में नई ऊंचाई प्रदान करने हेतु कोरबा जिले में 1320 मेगावाट के सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर स्टेशन, कोरबा का आज शिलान्यास किया।

    यहां पर 660 मेगावाट की दो इकाइयां स्थापित होंगी। वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी… pic.twitter.com/vbt2NBTEtS

    — Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 29, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पानी से बिजली पैदा करने पर काम कर सरकार: छत्तीसगढ़ में राज्य संचालित इकाइयों से लगभग 2928 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है. नए संयंत्र के जुड़ने से छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीजीसीएल) की बिजली उत्पादन क्षमता बढ़कर 4300 मेगावाट हो जाएगी. वहीं राज्य सरकार जल विद्युत उत्पादन की दिशा में भी काम कर रही है. 7000 मेगावाट की ऐसी 5 परियोजनाओं के लिए पांच स्थान (बांध और जलाशय) चिह्नित किए हैं. इनमें से एक परियोजना राज्य सरकार विकसित करेगी और बाकी की चार निजी कंपनियां करेंगी.

पांच साल पहले छत्तीसगढ़ में पीक आवर्स के दौरान लगभग 4100 मेगावाट बिजली की आवश्यकता होती थी, जो अब बढ़कर 5800 मेगावाट हो गई है. देश में प्रति व्यक्ति औसत बिजली खपत 1255 यूनिट है. वहीं छत्तीसगढ़ में यह 2211 यूनिट है, जो देश में सबसे ज्यादा है. फिर भी 42 लाख परिवार 400 यूनिट तक की खपत में हाफ बिजली बिल योजना का लाभ उठा रहे हैं, जिन्हें 4105 करोड़ की सब्सिडी दी गई. वहीं किसानों को 12397 करोड़ की सब्सिडी साढ़े चार साल में दी गई. -भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़

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2028 से पहले चालू होगा पावर प्लांट: 1320 मेगावाट के सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट में 660 मेगावाट की दो इकाइयां होंगी. इसके लिए पर्यावरण मंजूरी मिलने के साथ ही कोयला आपूर्ति की भी अनुमति मिल गई है. संयंत्र को 2029-2030 में चालू होने का लक्षय रखा गया है, लेकिन जिस गति से इसकी प्रक्रियाएं चल रही हैं, उसे देखते हुए इसके 2028 से पहले शुरू होने का अनुमान है.

(स्त्रोत-PTI)

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