कोरबा: कोरबा विधानसभा जिले की हाई प्रोफाइल सीट है. यहां से आम आदमी पार्टी ने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने विशाल केलकर को टिकट दिया है. विशाल आम आदमी पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी होने के साथ ही लोकसभा के प्रभारी भी हैं. विशाल केलकर पिछली बार भी निर्दलीय चुनाव लड़े थे, जिन्हें इस बार आम आदमी पार्टी ने टिकट दिया है. विशाल केलकर ने जनसंगठन नाम की एक संगठन बनाई थी. जिले की जर्जर सड़कों को लेकर केलकर ने युवाओं की टीम बनाकर प्रदर्शन किया था. केलकर "10 का मुर्गा" आंदोलन से चर्चा में आए थे.
जानिए कौन हैं विशाल केलकर: विशाल केलकर कोरबा जिले से ही हैं. जिले के पश्चिम क्षेत्र जमनीपाली में इनका घर है. केलकर पेशे से इंजीनियर हैं और ठेकेदार का काम भी करते हैं. केलकर ने युवाओं को जागरूक करने का प्रयास किया था. जन संगठन नाम के संगठन से युवाओं को जोड़ा. जब भी जिले की सड़कें जर्जर हुआ करती थी. तब वह अपने संसाधन से सड़क के गड्ढे भरने का काम भी करते थे. इससे उन्हें जिले में पहचान मिली.
ऐसे हुए आप में शामिल: केलकर ने जन संगठन का बैनर बनाकर कोरबा विधानसभा से ही विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिन्हें लगभग 5000 वोट मिले थे. केलकर ने नगर पालिक निगम चुनाव में भी अपने युवाओं की टीम को उतारा था. लेकिन दुर्भाग्यवश उनका एक भी कैंडिडेट पार्षद नहीं बन सका. हालांकि केलकर को जिले में युवा और पढ़े-लिखे नेता के तौर पर पहचाना जाता है. बाद में केलकर ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली. केलकर को प्रदेश स्तर पर पदाधिकारी नियुक्त किया गया है. उन्हें आम आदमी पार्टी ने अन्य राज्यों ने भी चुनाव प्रचार के लिए बुलाया था.
"10 का मुर्गा"आंदोलन से आए चर्चा में: कुछ साल पहले विशाल केलकर ने गाजे-बाजे के साथ "10 का मुर्गा खाओगे, तो ऐसे ही रोड पाओगे" स्लोगन से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था. सड़क किनारे इस स्लोगन के साथ केलकर प्रदर्शन करते थे. जिनका यह वीडियो काफी वायरल हुआ था. इस वीडियो ने उन्हें अच्छी खासी पहचान दिलाई. आम आदमी पार्टी ने भी उन्हें हाथों-हाथ लिया. अब पार्टी ने उन्हें कोरबा विधानसभा से प्रत्याशी बनाया है.
कोरबा विधानसभा सीट केलकर के लिए बड़ी चुनौती: विशाल केलकर को आप ने प्रत्याशी जरूर बनाया है. लेकिन उनकी राह आसान नहीं होगी. दरअसल, कोरबा विधानसभा एक हाई प्रोफाइल सीट है. यहां से प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल वर्तमान में विधायक हैं, जो कि लगातार 15 साल से कोरबा से विधायक रहे हैं. वह 3 बार चुनाव जीत चुके हैं. कोरबा लोकसभा में भी विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत का कब्जा है. वह यहां से सांसद हैं. इस लिहाज से कोरबा को कांग्रेस का गढ़ कहा जा सकता है. कोरबा विधानसभा से ही भाजपा ने पूर्व विधायक और महापौर रह चुके लखनलाल देवांगन को मैदान में उतारा है. अब आम आदमी पार्टी ने विशाल केलकर को टिकट दे दिया है. ऐसे में केलकर को लिए चुनाव जीतना एक बड़ी चुनौती होगी.