कोरबा: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के निर्देश पर अब कोरबा नगर निगम रेलवे से शुल्क वसूल करेगी. सॉलिड एंड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट की प्रॉसेसिंग के तहत निगम एसएलआर सेंटर में रेलवे के कचरों को अलग करने का काम करेगी. इस काम के लिए निगम क्षेत्र में आने वाले कोरबा और गेवरारोड स्टेशन से कुल 60 हजार रुपए प्रतिमाह वसूल किए जाएंगे.
रेलवे द्वारा अधिकृत कंपनी नहीं कर रही कचरा अलग करने का काम
दरअसल, रेलवे अपने स्टेशनों पर अधिकृत कम्पनी द्वारा रोज साफ-सफाई करवाती है लेकिन साफ सफाई के साथ सूखे और गीले कचरों को अलग करने का काम संबंधित कंपनी नहीं कर रही है, जिसे सॉलिड एंड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट प्रॉसेसिंग कहते हैं. यही काम अब निगम द्वारा करवाया जाएगा, जिसका शुल्क निगम वसूल करेगा.
निगम करेगा सॉलिड एंड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोसेसिंग
एनजीटी से निर्देश मिलने के बाद अब इस काम को निगम के हाथों सौंप दिया गया है. लिहाजा इस काम के लिए निगम, रेलवे से शुल्क वसूल करेगा. निर्देशानुसार, कोरबा नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत, 3 लाख से अधिक आबादी वाले इस स्टेशन से 30 हजार रुपए प्रतिमाह वसूला जाना है. इस लिहाज से कोरबा नगर निगम को गेवरारोड और कोरबा स्टेशन से कुल 60 हजार की आवक होगी.
रेलवे आवासीय कॉलोनी से भी डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करेगा निगम
इसी तरह रेलवे की आवासीय कॉलोनी के घरों से भी सॉलिड एंड वेस्ट मैनेजमेंट प्रॉसेसिंग के लिए हर घर से प्रतिमाह 50 रुपए की वसूली की जाएगी. अगर लोग खुद घर में इस प्रक्रिया को अपनाते हैं और निगम को कचरा अलग करके सौंपते हैं तो उनसे शुल्क नहीं वसूला जाएगा.