कोरबाः सेंट्रल वर्कशॉप कोरबा के कर्मचारियों ने संडे ड्यूटी बंद किए जाने के विरोध में भूख हड़ताल शुरू कर दिया है. 11 कर्मचारियों ने तीसरे दिन भी भूख हड़ताल जारी रखा, लेकिन SECL प्रबंधन की ओर से हड़ताल खत्म कराने की कोई पहल नहीं की गई.
कर्मचारियों का आरोप है कि SECL रविवार ड्यूटी के साथ किए जाने वाले ओवरटाइम में अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है. इससे ट्रेड यूनियन के कर्मचारियों में नाराजगी है.
तीन महीने से बंद, रविवार ड्यूटी
SECL प्रबंधन ने सेंट्रल वर्कशॉप में पिछले तीन महीने से रविवार को ड्यूटी बंद कर दिया है. नाराज कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन कर प्रबंधन के खिलाफ विरोध जातया. इस पर प्रबंधन की ओर से कर्मियों से कोई बातचीत नहीं गई. इससे कर्मचारियों ने संयुक्त ट्रेड यूनियन एटक, इंटक, एचएमएस, बीएमएस,सीटू के बैनर तले क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दिया है. कर्मचारियों ने बताया कि साल 1983 में सेंट्रल वर्कशॉप प्रबंधन और यूनियन के बीच एग्रीमेंट हुआ था, जिसके मुताबिक सप्ताह में 7 दिन काम करने का एग्रीमेंट है.
जनप्रतिनिधियों ने प्रबंधन को लिखा पत्र
बिलासपुर सांसद अरुण साव, एचएमएस के राष्ट्रीय नेता नाथूलाल पांडेय और जेबीसीसीआइ मेंबर ने कर्मचारियों के आंदोलन को खत्म करवाने के लिए SECL को पत्र भेजा है, जिसमें कर्मचारियों से बातचीत कर हल निकालने को कहा है, जिस पर प्रबंधन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
सेंट्रल वर्कशॉप के सेक्रेट्री राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि SECL प्रबंधन ने फंड की कमी बताकर रविवार को ड्यूटी बंद करवा दिया है. उन्होंने बताया कि रविवार ड्यूटी की मांग पर 3 दिसंबर तक भूख हड़ताल किया जाएगा. इसके बाद भी प्रबंधन सुध नहीं लेता है, तो 5 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर कारखाना बंद कराएंगे.