कोरबा: कोरोना काल में बीपीएल वर्ग से आने वाले 30 फीसदी परिवारों को सरकारी राशन नहीं मिला है. इसे लेकर कोरबा के बीजेपी पार्षदों ने कलेक्टर किरण कौशल को ज्ञापन सौंपा है. बीजेपी के पार्षदों ने ज्ञापन में कहा है कि रियायती दरों पर मिलने वाला सरकारी चावल गरीबों के लिए बड़ा सहारा होता है. ऐसे में बीते महीने लागू किए गए 8 दिनों के लॉकडाउन के दौरान बहुत से परिवारों को सरकारी राशन नहीं मिल पाया था, उन्हें राशन दिलाने की पहल की जाए.
जिले में लगभग 2 से ढाई लाख एपीएल और बीपीएल राशन कार्डधारी हितग्राही मौजूद हैं. वहीं बीते दिनों कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए 8 दिनों का लॉकडाउन लागू किया था. इस दौरान कई परिवार ऐसे थे जो उचित मूल्य की दुकानों के बंद रहने से निर्धारित अवधि के अंदर सरकारी राशन प्राप्त नहीं कर सके थे. इस बात की जानकारी प्रशासन को दिलाने और गरीबों को सरकारी राशन दिलवाने के लिए बीजेपी के पार्षद लोकेश्वर चौहान, पप्पी सिंह, नरेंद्र देवांगन चंद्रलोक सिंह गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और गरीबों को बीते महीने का राशन मुहैया करने की मांग की.
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पार्षदों का कहना है कि उचित मूल्य की दुकान संचालक के साथ ही खाद्य विभाग वंचित परिवारों को राशन मुहैया कराने की मांग करने पर टालमटोल कर रहा है. सिस्टम ऑनलाइन होने के कारण टेबलेट में एंट्री और कई तरह की दिक्कतों का हवाला दिया जा रहा है, जिसके कारण कई गरीब परिवार सरकारी राशन से वंचित हो चुके हैं. जिन्हें सितंबर महीने का राशन भी नहीं मिला है.
सितंबर महीने का राशन प्रदान करने की मांग
पार्षदों की मांग है कि राशन कार्डधारी हितग्राहियों को सितंबर महीने का राशन अब भी नहीं मिला है. जबकि अक्टूबर का आधा महीना बीत चुका है. पार्षदों ने कलेक्टर से मांग की है कि जिन हितग्राहियों को सितंबर महीने का राशन नहीं मिला है, उन्हें चिन्हित करके जल्द से जल्द राशन प्रदान किया जाए.