कोरबा: जिला मुख्यालय से लगे तिलकेजा ग्राम पंचायत को सांसद आदर्श ग्राम बनाया गया है, लेकिन गांव में आदर्श कहे जाने वाली कोई उपलब्धि नजर नहीं आ रही है. गांव के चारों ओर कचरे का आंबार है और सड़क कीचड़ से सनी हुई है. ग्रामीणों ने बताया कि कई वार्डों में अबतक सीमेंट कंक्रीट रोड नहीं बन पाई है. ग्रामीणों ने बताया कि सड़क में गंदा पानी जमा हो गया है और मार्ग डबरी में तब्दील हो जाता है. जिसके कारण उन्हें आन-जाने में दिक्कत होती है.
आश्रित ग्राम खैरभाटा के ग्रामीण श्यामलाल ने बताया है कि तिलकेजा को सिर्फ नाम मात्र के लिए सांसद आदर्श ग्राम घोषित किया गया है. उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में सड़क पर पानी भर जाती है और मार्ग डबरी में तब्दील हो जाता है, जिसके कारण समस्या बढ़ जाती है. उन्होंने बताया कि खैरभाटा पहुंचने के लिए कीचड़ से भरे रास्ते से होकर जान जोखिम में डालकर आना-जाना पड़ता है.
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वाहन चलाने में होती है परेशानी
इसके साथ ही गांव में बरसात के दिनों में जब किसी ग्रामीण की तबीयत खराब होती है, तो मरीज को खाट पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया जाता है. क्योंकि गांव में न तो दोपहिया वाहन चला पाते हैं और न ही बड़ी गाड़ी. ग्रामीणों ने सरपंच कुलसिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरपंच का खामियाजा गांव वालों को भुगतना पड़ रहा है.
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'गर्मी के दिनों में होती है साफ सफाई'
इस बारे में सरपंच ने कहा कि खैरभाटा में कीचड़ वाला रास्ता है, जिसे खनिज न्यास से स्वीकृति कराने के लिए भेजा गया है. सरपंच खुद ही मानते हैं कि वहां के ग्रामीण को दो-तीन सालों से समस्या होती है. सरपंच ने यह भी बताया कि गर्मी के दिनों में साफ सफाई करवा दिया जाता है और बरसात के दिनों में गंदगी फैली हुई रहती है.