कोरबा: शहर में लगातार सांप के मिलने से लोगों में डर बना हुआ है. जिलेभर में लगातार अलग-अलग प्रजातियों के सांप देखने को मिल रहे हैं. एक तरफ लोग एक छोटे से सांप को देख के भाग खड़े होते हैं, वहीं दूसरी ओर रेस्क्यू करने वाले बड़ी आसानी से सांप को अपने काबू में कर लेते हैं. घने जंगल से लगे झगरहा गांव में एक साढ़े 6 फीट का कोबरा फन फैलाए बैठा हुआ था, जिसके बाद सांप को देखते ही परिवार की जान हलक में आ गई.
दीपावली की सफाई में लगे परिवार ने कोबरा के आक्रामक तेवर देखते ही स्नेक कैचर को फोन लगाया. स्नेक कैचर ने मौके पर पहुंचकर कोबरा को काबू में किया. इसी तरह देर शाम कलेक्टर परिसर में एक विशालकाय अजगर भी कुंडली जमाए बैठा था. दोनों ही सांपों को स्नेक कैचर ने पकड़कर जंगल में छोड़ दिया है.
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घर की साफ-सफाई के दौरान मिला सांप
दीपावली को कुछ ही दिन रह गए हैं. इसकी तैयारी में हर कोई लगा हुआ है. इसी के तहत लोग अपने घरों में साफ-सफाई में लगाए हुए थे. इस दौरान स्टोर रूम में सांप गुस्से से फन मार रहा था. डरे सहमे लोगों ने घर मालिक को जानकारी दी. जिसके बाद स्नेक कैचर ने बिना देरी किए सांप को बाहर निकाला.
केंचुली के कारण सांप को नहीं दिखाई देता
स्नेक कैचर जितेंद्र सारथी ने बताया सांप काफी दिन से यहां बैठा हुआ था. उसे ठीक से दिखाई नहीं दे रहा था. आम तौर पर ऐसा होता है, जब सांप अपनी केंचुली छोड़ने वाले होते हैं. आंखों के सामने केंचुली के कारण वह कुछ समय के लिए देख पाने में असमर्थ होते हैं. इस अवस्था में वे शिकार भी नहीं करते बल्कि एक ही स्थान पर कुंडली मारकर बैठ जाते हैं. केंचुली निकलने तक, केंचुली निकलने से सांपों के त्वचा में होने वाली संक्रमण से आराम मिलता है. साथ ही सांप की त्वचा खूबसूरत और चमकदार हो जाती है.
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कलेक्ट्रेट परिसर में मिला अजगर
सोमवार को ही दूसरी घटना कलेक्ट्रेट परिसर की है. जब सभी अपना काम खत्म कर के घर जाने वाले थे. तब लोगों ने नाले में एक विशालकाय अजगर को रेंगते हुए देखा. इसकी सूचना भी स्नेक रेस्क्यू टीम को दी गई. दिन में कोबरा और देर शाम मिले अजगर को रेस्क्यू टीम के सदस्यों ने रेस्क्यू कर सकुशल जंगल में छोड़ दिया.