केशकाल\कोंडागांव: वनमंडल केशकाल परिसर में गुरुवार को जिला वनोपज सहकारी संघ मर्यादित केशकाल की तेंदूपत्ता संग्रहण पूर्व शाखकर्तन की कार्यशाला संपन्न हुई. कार्यशाला में केशकाल विधायक व बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष संतराम नेताम भी शामिल हुए. कार्यक्रम की अध्यक्षता लघु वनोपज सहकारी संघ केशकाल के जिलाध्यक्ष झाड़ीराम सलाम ने की. कार्यशाला में केशकाल वनमंडल के अंतर्गत आने वाली 16 मुख्य वन प्रबंधन समितियां शामिल हुई. कार्यशाला में समितियों को तेंदूपत्ता तोड़ाई, तैयार पत्ते की पहचान, गड्डी बंधाई के सम्बंध में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी.
केशकाल विधायक संतराम नेताम ने कहा कि तेंदूपत्ता के उत्पादन और उसके गुणवत्ता के आधार पर तेंदूपत्ता का व्यापार सफल होता है. तेंदूपत्ता का उत्पादन एवं गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इसमें बूटा कटाई का कार्य महत्वपूर्ण समझा जाता है. राज्य सरकार ने तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य को बढ़ावा देने के लिए पिछले साल से निर्धारित राशि भी बढ़ा दी है. ताकि अच्छी गुणवत्ता के साथ ज्यादा उत्पादन और लाभ हितग्राहियों को मिल सके.
बूटा कटाई के बारे में दी गई जानकारी
लघु वनोपज सहकारी संघ केशकाल के जिलाध्यक्ष झाड़ीराम सलाम ने बताया कि बूटा कटाई के बारे में कर्मचारियों, फड़ मुंशी, अशासकीय कर्मियों को बताने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम में पंच-सरपंच भी शामिल हुए.
रोजगार में बढ़ोतरी के लिए कार्यशाला
केशकाल वनमंडल अधिकारी बी एस ठाकुर ने बताया कि केशकाल वनमंडल अंतर्गत कुल 16 समितियां हैं. 251 फड़ है. इस साल केशकाल वनमंडल को 29 हजार 500 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य मिला है. पिछले 2 साल से तेंदूपत्ता के अलावा 52 लघुवनोपज का समर्थन मूल्य जारी हुआ है. ग्रामीणों के रोजगार में बढ़ोतरी करने के उद्देश्य से ही इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है.
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कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में केशकाल विधायक व बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष सन्तराम नेताम उपस्थित रहे. विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम, झाड़ी राम सलाम, केशकाल जनपद पंचायत अध्यक्ष महेंद्र नेताम ,उपाध्यक्ष गिरधारी लाल सिन्हा, नगर पंचायत अध्यक्ष रोशन जमीर खान, उपाध्यक्ष बिहारीलाल शोरी, फरसगांव जनपद अध्यक्ष शिशकुमारी चनाप, गणेश दुग्गा समेत क्षेत्र के जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्य व अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं विभागीय अधिकारी कर्मचारीगण शामिल हुए.