कोंडागांव: केशकाल में दो दिवसीय राज्यस्तरीय विनाश विहिन विदोहन समुदाय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन हुआ, जिसमें प्रदेशभर के 32 वनमंडलों में से लगभग 25 वनमंडल के वैद्यराज, समिति अध्यक्ष सम्मिलित हुए. इस आयोजन को छत्तीसगढ़ राज्य औषधीय पादप बोर्ड ने आयोजित किया है.
छत्तीसगढ़ राज्य औषधीय पादप बोर्ड के इस आयोजन में केशकाल, धमतरी, रायपुर, बालोद, बिलासपुर, कवर्धा, कोरबा, बलरामपुर, सरगुजा, सूरजपुर, मरवाही, कटघोरा आदि वनमंडलों से लगभग 100 की संख्या में वैद्यराज और समिति के सदस्य शामिल हुए.
वनौषधियों के सरंक्षण पर हुई चर्चा
प्रशिक्षण शिविर में पौधों के संरक्षण और उसके दोहन से भविष्य में होने वाले लाभों के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया गया, जिससे वन विभाग के साथ-साथ सामाजिक रूप से भी पौधों और वनौषधियों का संरक्षण किया जा सके. शिविर के दौरान प्रशिक्षण देने के लिए रायपुर से वनस्पतिज्ञ संगीता श्रीवास्तव, बैंगलोर से वैज्ञानिक दीपा श्रीवत्स ने शिविर में पहुंचे. प्रदेशभर के वैद्यराजों को वनौषधियों की संरक्षण से संबंधित जानकारी दी गई.
![Annihilation Vihon Exploitation Training Camp in tatamari](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-knd-02-forest-department-programme-avb-cgc10101_06032020185533_0603f_1583501133_584.jpg)
केशकाल वन मंडलाधिकारी मौजूद रहे
बता दें कि वन विभाग की तरफ से आयोजित इस शिविर में मुख्य रूप से केशकाल वन मंडलाधिकारी मनिवासगन एस, उप वन मंडलाधिकारी मोना माहेश्वरी और रेंजर आरएन शर्मा उपस्थित रहे.