केशकाल/कोंडागांव: केशकाल विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मारंगपुरी में किसान धनीराम मरकाम की आत्महत्या के बाद पीड़ित परिवार से मिलने नेताओं का आना-जाना शुरू हो गया है. लेकिन अभी तक कोई भी जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी यहां नहीं पहुंचे हैं. इसी बीच सोमवार को क्षेत्रीय विधायक और बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष संतराम नेताम ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना.
विधायक संतराम नेताम ने बताया कि वे इस बीच रायपुर में थे, इस कारण यहां नहीं पहुंच पाए थे. विधायक ने घर के सदस्यों के बारे में जानकारी ली और मुख्यमंत्री से चर्चा करने के बाद आर्थिक मदद की बात कही है. विधायक ने व्यक्तिगत तौर पर किसान के परिवार को 10 हजार रुपये देकर आर्थिक मदद की है
गिरदावरी में हुई त्रुटियों को अविलंब सुधारा जाएगा
विधायक नेताम ने कहा कि गिरदावरी के मामले में कहां पर चूक हुई वह इसकी जानकारी लेंगे. साथ ही उनके विधानसभा क्षेत्र के किसानों के साथ कहीं भी गिरदावरी या साफ्टवेयर मे गड़बड़ी हुई है तो वे इस संबंध में राजस्व विभाग के अधिकारियों से चर्चा करके समस्या का समाधान करेंगे. उन्होंने कहा कि वे रायपुर से आने से पूर्व इस संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा कर चुके हैं और इस बारे में उन्हें अवगत करा दिया गया है. विधायक नेताम ने बताया कि गिरदावरी में गड़बड़ी के चलते यदि कोई किसान धान बेचने से वंचित होता है तो उसे तत्काल सुधार करके उन्हें धान बेचने के लिए समय दिया जाए. ऐसा संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया जाना चाहिए
पढ़ें- कांग्रेस के किसान आंदोलन को समर्थन देने पर रमन का तंज, 'पहले रकबा और किसान आत्महत्या पर ध्यान दें'
अब तक पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचे कोई जिम्मेदार अधिकारी
घटना के 5 दिन बाद भी जब मामला प्रदेश स्तर में गरमा चुका है. इसके बावजूद अब तक कोई भी जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी पीड़ित परिवार का हालचाल जानने नहीं पहुंचा. न ही मामले में किसी तरह की जांच शुरू की गई है. गिरदावरी में गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार तहसीलदार ही जांच अधिकारी बन बैठे हैं उनके अलावा अब तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी यहां नहीं पहुंचे हैं. वहीं गांव के किसानों ने बताया कि निलंबित पटवारी निलंबन के बाद भी मारंगपुरी में किसानों के गिरदावरी में सुधार कार्य कर रहा है.