कोंडागांव: तंबाकू से होने वाले नुकसान को देखते हुए साल 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सदस्य देशों ने 7 अप्रैल 1988 से विश्व तंबाकू निषेध दिवस (WORLD NO TOBACCO DAY) मनाने का फैसला किया. विश्व धूम्रपान निषेध दिवस अथवा 'अंतरराष्ट्रीय तंबाकू निषेध दिवस' हर साल 31 मई को मनाया जाता है.
विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर कोंडागांव में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण जागरूकता के लिए स्कूली छात्र-छात्राओं ने घर पर रहते हुए 'चित्रकला प्रतियोगिता' में भाग लिया. प्रतियोगिता में जिले के बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. छात्र-छात्राओं ने COMMIT TO QUIT विषय पर अपनी-अपनी सुंदर चित्रकारी सोशल मीडिया के माध्यम से आयोजकों तक पहुंचाई.
विश्व तंबाकू निषेध दिवस: फेफड़े को कमजोर कर रहा तंबाकू, कोरोना को भी दे रहा दावत
मुंह का कैंसर होने की आशंका 50 गुना ज्यादा
अंतरराष्ट्रीय धूम्रपान निषेध सप्ताह में, जो 25 मई से आरंभ होता है, धूम्रपान उद्योग, स्वास्थ्य के लक्ष्यों को व्यावहारिक होने की दिशा में रुकावट, धूम्रपान उद्योग के मुकाबले में धार्मिक मान्यताएं, धूम्रपान को रोकना सबकी जिम्मेदारी, धूम्रपान के विस्तार के मुकाबले में विधि पालिका, न्याय पालिका और कार्यपालिका की जिम्मेदारी जैसे विषयों की समीक्षा की जाती है. ताकि इससे लोग धूम्रपान के सेवन में कमी करें. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक तंबाकू या सिगरेट का सेवन करने वालों को मुंह का कैंसर होने की आशंका 50 गुना ज्यादा होती है. तंबाकू में 25 ऐसे तत्व होते हैं जो कैंसर का कारण बन सकते हैं.