कोंडागांव : फरसपाल ब्लॉक के आलोर पहाड़ी की देवी लिंगेश्वरी मंदिर के पट बुधवार को खुलेंगे. साल में सिर्फ 12 घंटे खुलने वाले इस मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटती है. 27 सितंबर 2023 को सुबह 5:00 के बाद से मां लिंगेश्वरी दरबार पूरे पूजन अनुष्ठान के बाद भक्तों के दर्शन के लिए लिए खोला जाएगा.इस मंदिर की मान्यता को देखते हुए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मंगलवार से ही फरसगांव में जुटना शुरु हो गए हैं.मंदिर में भक्तों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए मंदिर समिति ने सारी तैयारियां पूरी कर ली है. साथ ही साथ जिला प्रशासन ने मंदिर की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. एसपी वाय अक्षय कुमार ने मां लिंगेश्वरी देवी के मंदिर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
मंगलवार से ही मंदिर में जुटने लगे भक्त : बुधवार को मंदिर के पट पूजा और अनुष्ठान के बाद खुलेंगे.लेकिन भक्त मंगलवार से ही मंदिर के प्रांगण में इकट्ठा होना शुरु हो गए हैं.सारे भक्त लाइन में बैठकर मंदिर के खुलने का इंतजार कर रहे हैं. ताकि सुबह पूजन अनुष्ठान के बाद वे सबसे पहले माता के दर्शन कर सकें. इसके लिए मंदिर समिति ने विशेष इंतजाम किए हैं.इस मंदिर में माता लिंगेश्वरी के दर्शन के लिए सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं कई प्रदेशों से श्रद्धालु इस खास मौके के लिए जुटते हैं.
''हमें किसी ने बताया कि मंदिर में माता के दर्शन करने से निसंतान दंपतियों को संतान की प्राप्ति होती है.इसलिए संतान की चाह मन में लिए मंदिर में आए हैं.''- मुकेश, श्रद्धालु
बारिश के बीच डटे हैं श्रद्धालु : लिंगेश्वरी देवी मंदिर समिति के पुजारी नंदलाल दीवान ने बताया कि यहां पर बुधवार सुबह पूजन अनुष्ठान के बाद भक्तों के दर्शन के लिए माता के दरबार के पट खोले जाएंगे. इसके लिए मंदिर समिति ने पूरे इंतजाम कर लिए गए हैं.
''आज भारी बारिश के बाद भी यहां श्रद्धालु दर्शन के लिए लाइन में लगे हुए हैं. बारिश में भीगते हुए भी श्रद्धालु मंदिर समिति और पुलिस के बैरिकेड में अपनी-अपनी जगह बनाकर माता के दरबार का पट खुलने का इंतजार कर रहे हैं.ताकि सबसे पहले माता के दर्शन करके वे वापस लौटे.'' नंदलाल दीवान, मंदिर के पुजारी
बालोद से पैदल मां वैष्णो देवी के दर्शन करने निकला भक्त |
देऊर गांव में सीएम भूपेश बघेल ने किए माता के दर्शन |
माता लिंगेश्वरी मंदिर भारत के अनोखे मंदिरों में से एक है.ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में यदि आप खीरा चढ़ाते हैं तो इससे आपकी इच्छा पूरी हो जाएगी. यही वजह है कि इस मंदिर के बाहर कई सारे खीरे देखने को मिलेंगे. इस खीरे को श्रद्धालु माता लिंगेश्वरी को अर्पण करते हैं.पुजारी भी भक्तों को खीरे का ही प्रसाद देते हैं.