केशकाल: धनोरा थाना इलाके के बनियागांव में 27 नवंबर को एक दिवसीय चलित थाना लगाया गया था. चलित थाने में उपस्थित स्थानीय युवाओं ने पुलिस के सामने भारतीय सेना और पुलिस में शामिल होने की इच्छा जाहिर की थी. बच्चों की जिज्ञासा को गम्भीरतापूर्वक लिया गया. एसपी सिद्धार्थ तिवारी के आदेशानुसार धनोरा पुलिस और आईटीबीपी के सहयोग से मास्टर ट्रेनर उपलब्ध करवाया गया है. धनोरा में लगभग 20-25 बच्चों को शारीरिक और मानसिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
एसडीओपी अमित पटेल ने बताया कि इस प्रशिक्षण में आईटीबीपी 29वीं वाहिनी के सहायक कमांडेंट ललित कुमार लड़कों को प्रशिक्षित कर रहे हैं. प्रशिक्षण में थाना प्रभारी रोहित बंजारे और थाना स्टाफ लड़कों को ट्रेनिंग दे रहा है. आईटीबीपी के मास्टर ट्रेनर बनियगांव, ओड़ागांव और तुर्की के लगभग 15-20 लड़कों को ट्रेंनिंग दी जा रही है.
विंब और रस्सा चढ़ने का प्रशिक्षण दिया जा रहा
कोंडागांव पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के आदेशानुसार बच्चों को लगातार परिसर में 100 मीटर, 1500 मीटर और 5 किलोमीटर तक की दौड़, लम्बी कूद, ऊंची कूद, गोला फेंक, विंब और रस्सा चढ़ने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. यह प्रशिक्षण लगातार जारी रहेगा. युवा भारतीय सेना और पुलिस में भर्ती के लिए स्थानीय युवाओं को फिट बनाया जा रहा है.
धनोरा पुलिस की पहल ने युवाओं में जगाई उम्मीद की किरण
अक्षय शोरी ने बताया कि पुलिस और ITBP के द्वारा हमें रोजाना ट्रेनिंग दी जा रही है. हमारे गांव के काफी युवाओं ने हिस्सा लिया है. प्रशिक्षण के माध्यम से हमें हमारा सेना और पुलिस में भर्ती होने का लक्ष्य हासिल करने में आसानी होगी. ओड़ागांव के युवक विष्णु नेताम में बताया कि इससे पहले भी हमने प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लिया था, लेकिन शारीरिक प्रशिक्षण न होने के कारण हमारा चयन नहीं हो पाता. अब ट्रेनिंग से हममें उम्मीद जगी है.