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कोंडागांव: टाटामारी के जंगल में लगी आग, 35 हेक्टेयर क्षेत्र को पहुंचा नुकसान

कोंडागांव जिले के केशकाल वन परिक्षेत्र में आने वाले पर्यटन केंद्र टाटामारी के जंगलों में अचानक आग लग गई. आग से करीब 35 हेक्टेयर क्षेत्र में नुकसान पहुंचा है. वन विभाग की टीम ने घंटो बाद आग पर काबू पाया.

Tatamari fire
टाटामारी में लगी आग
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Published : Mar 5, 2021, 3:20 PM IST

कोंडागांव: केशकाल वन परिक्षेत्र के इको पर्यटन केंद्र टाटामारी के जंगलों में अचानक आग लग गई. आग से करीब 35 हेक्टेयर क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है. वन विभाग के मुताबिक कुछ असामाजिक तत्वों ने आग लगा दी. जिसके चलते घास, खरपतवार इस आग की चपेट में आ गए हैं. गनीमत रही कि पेड़ों को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंची. मौके पर रेंजर नरेश नाग भी पहुंचे. वन विभाग की टीम ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.

इन दिनों ग्रामीण क्षेत्र के लोग महुआ बीनने के लिए जंगल में पहुंच रहे हैं. जहां कुछ शरारती लोग सूखे पत्तों में आग लगा देते हैं. जिसके चलते आए दिन जंगलों में आग लगने की घटना होती रहती है.

'वीरान' हो रहा टाटामारी, सैलानियों में निराशा

वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची

कांकेर सीसीएफ एसडी बड़गैया ने बताया कि महुआ का संग्रहण ग्रामीण करते हैं. जिसके लिए ग्रामीण जंगलो में आगजनी की घटना अंजाम देते हैं. संयुक्त वन प्रबंधन समितियां ग्रामीण क्षेत्रों में महुआ संग्रहण करता महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जंगलों में आग लगाकर ना छोड़ें. यदि फिर भी लोग आग लगाना नहीं छोड़ते हैं तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.

कोंडागांव: केशकाल वन परिक्षेत्र के इको पर्यटन केंद्र टाटामारी के जंगलों में अचानक आग लग गई. आग से करीब 35 हेक्टेयर क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है. वन विभाग के मुताबिक कुछ असामाजिक तत्वों ने आग लगा दी. जिसके चलते घास, खरपतवार इस आग की चपेट में आ गए हैं. गनीमत रही कि पेड़ों को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंची. मौके पर रेंजर नरेश नाग भी पहुंचे. वन विभाग की टीम ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.

इन दिनों ग्रामीण क्षेत्र के लोग महुआ बीनने के लिए जंगल में पहुंच रहे हैं. जहां कुछ शरारती लोग सूखे पत्तों में आग लगा देते हैं. जिसके चलते आए दिन जंगलों में आग लगने की घटना होती रहती है.

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वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची

कांकेर सीसीएफ एसडी बड़गैया ने बताया कि महुआ का संग्रहण ग्रामीण करते हैं. जिसके लिए ग्रामीण जंगलो में आगजनी की घटना अंजाम देते हैं. संयुक्त वन प्रबंधन समितियां ग्रामीण क्षेत्रों में महुआ संग्रहण करता महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जंगलों में आग लगाकर ना छोड़ें. यदि फिर भी लोग आग लगाना नहीं छोड़ते हैं तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.

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