कोंडागांव : मंगलवार की सुबह बड़ी संख्या में किसान अपना धान बेचने के लिए धान उपार्जन केंद्र मुनगापदर पहुंचे, लेकिन खरीदी केंद्र प्रभारी ने धान खरीदने से इंकार कर दिया, जिसके बाद किसानों ने धान खरीदी केंद्र में अनियमितता का आरोप लगाया है.
धान खरीदी केंद्र प्रभारी ने बताया कि, 'केंद्र में संग्रहण क्षमता से ज्यादा धान होने और धान खरीदी के लिए बारदाना उपलब्ध नहीं होने की वजह से खरीदी बंद कर दी गई है और किसानों को टोकन भी नहीं दिया जा रहा है'.
प्रभारी ने बताया कि, 'धान के उठाव और बारदाने की मांग उच्चाधिकारियों से पहले भी की जा चुकी है. अधिकारियों की उदासीनता के चलते किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं'.
पढ़ें :कोंडागांव: बिना इलाज दम तोड़ देते थे इस गांव के लोग, ITBP ने अपने कैंप में शुरू किया इलाज
15 फरवरी धान खरीदी की अंतिम तारीख
दरअसल, मुनगापदर धान खरीदी केंद्र में पंजीकृत किसानों की संख्या 485 है, जबकि अब तक 321 किसानों से ही धान की खरीदी की गई है.15 फरवरी 2020 धान खरीदी की अंतिम तारीख है. ऐसे में बचे हुए लगभग 164 किसानों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है.
पढ़ें :खून जांच के नाम पर लैब टेक्नीशियन कर रहा था अवैध वसूली, मिला नोटिस
किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें
मुनगापदर धान उपार्जन केंद्र में क्षमता और बारदाना नहीं होने से खरीदी बंद कर दी गई है. वहीं धान खरीदी बंद होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है.