कोंडागांव : प्रशासनिक मनमर्जी से त्रस्त एक ठेकेदार ने जल समाधि लेने का एलान किया है. ठेकेदार का आरोप है कि उसे जानबूझकर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित किया गया और उसके खिलाफ झूठे अपराधिक प्रकरण श्रम न्यायालय में दर्ज कराए गए हैं. उसने एसडीएम के माध्यम से जल समाधि लेने की सूचना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भेज दी है.
कोंडागांव निवासी हेमेश गांधी को प्रशासनिक नियम के तहत साल 2011-12 में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा टेंडर के जरिये 10 से 12 कार्य मिले थे, जिसके लगभग आधे कार्य पूर्ण हो जाने के बाद जब हेमेश ने भुगतान के लिए बिल लगाया, तो उन्हें यह कहकर भुगतान से इंकार कर दिया गया कि अभी उस मद में पैसे ही नहीं हैं. इसके बाद हेमेश ने यह कहकर विरोध जताया कि जब पैसे नहीं थे, तो इतना बड़ा कार्य आखिर क्यों करवाया गया.
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हेमेश का आरोप है कि इसी खुन्नस में अधिकारियों ने उनके खिलाफ श्रम न्यायालय में अलग-अलग 24 प्रकरण दर्ज करवाए गए हैं और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है.
4 साल बाद सभी प्रकरण में हुए बरी
हेमेश के खिलाफ जो 24 प्रकरण दर्ज किए गए थे, उसमें हेमेश बरी हो चुका है. हेमेश के अनुसार उसे 4 साल तक मानसिक और सामाजिकतौर पर प्रताड़ित किया गया, जिससे उन्हें अब न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं है.
अगस्त में जल समाधि का एलान
हेमेश ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर कोंडागांव के बंधा तालाब में जल समाधि लेने का एलान किया है.