ETV Bharat / state

अन्नदाता की मौत पर सियासत: बीजेपी ने किसान के परिवार से की मुलाकात, बघेल सरकार पर किया प्रहार !

कोंडागांव में किसान ने पटवारी की गलती की वजह से खुद को खत्म कर लिया. रकबे में भारी-भरकम कटौती की वजह से किसान ने खुदकुशी कर ली. किसान पर लाखों रुपये का कर्ज था. इस मामले में बीजेपी नेताओं ने किसान के परिवार से मुलाकात की है.

farmer suicides in kondagaon
किसान के परिवार से बीजेपी टीम ने की मुलाकात
author img

By

Published : Dec 5, 2020, 5:49 PM IST

Updated : Dec 6, 2020, 10:39 AM IST

कोंडागांव: बड़ेराजपुर ब्लॉक में एक किसान धनीराम ने रकबे में भारी-भरकम कटौती के कारण आत्महत्या कर ली है. इसे लेकर बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है. भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसान आत्महत्या के लिए भूपेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ये सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए मरने वालों के ऊपर ही आरोप लगा देती है.

अन्नदाता की मौत पर सियासत

लता उसेंडी शनिवार को मृतक धनीराम के घर पहुंच उसके परिवार का हालचाल जाना. उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि भूपेश सरकार ने गिरदावरी के नाम से किसानों का रकबा कम कराया है जिससे किसान निराश हैं. उन्होंने कहा कि धनीराम ने बैंक से कर्ज लिया था. लेकिन धान नहीं बेच पाने के कारण वो कर्ज नहीं पटा पाया और आत्महत्या कर ली. प्रशासन को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने धनीराम का मानसिक संतुनल खराब होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया. वहीं परिवार ने धनीराम के मानसिक संतुलन खराब होने की बात से इंकार किया है.

पढ़ें: छत्तीसगढ़: रकबे में कमी से दुखी किसान ने दी जान, बिचौलिए दूसरे राज्यों का खपा रहे धान

मुआवजे की मांग

लता उसेंडी ने राज्य सरकार और क्षेत्र के विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये प्रदेश सरकार की लापरवाही और धान खरीदी में की जा रही आनाकानी का नतीजा था. जिसकी वजह से किसान ने अपना जीवन खत्म कर लिया. उन्होंने कहा कि सरकार को धनीराम के परिवार को मुआवजा देना चाहिए. साथ ही उसकी एक बेटी को शासकीय नौकरी और दूसरी बेटी के शादी का खर्च प्रदेश सरकार को उठाना चाहिए.

बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर लगाए आरोप

वहीं पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने किसानों का रकबा कम किया है. जिससे किसान बहुत परेशान हैं. उन्होंने कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए मरने वालों पर मानसिक संतुलन खराब होने जैसे आरोप लगा देती है. उन्होंने राज्य सरकार की निंदा करते हुए कहा कि कम से कम मरने वाले व्यक्ति के ऊपर दूसरे आरोप लगाकर उनके परिवार को शर्मिंदा न करें.

पढ़ें: केशकाल किसान आत्महत्या : पटवारी निलंबित, तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस

किसान ने खेत में लगाई फांसी

धनीराम के पास कुल 6.70 एकड़ का जमीन है. उसने खेती के लिए सहकारी बैंक से 61 हजार 932 रुपए का कर्ज लिया था. उसने सोचा था की धान बेचकर वो कर्ज चूकता कर देगा. परिवार ने बताया कि धनीराम ने इस साल 100 क्विंटल धान बेचने का सोचा था. साथ ही दो बैल भी खरीदे थे और इस बार अपनी बड़ी बेटी का शादी करने का भी उसने सोचा था. लेकिन धान खरीदी के दौरान समिति ने सिर्फ 11 क्विंटल ही धान खरीदने की बात कही. जिससे वो परेशान हो गया और सुबह खेत में जाकर फांसी लगा ली.

कलेक्टर ने पटवारी को किया निलंबित

इस घटना में कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने कार्रवाई करते हुए पटवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. वहीं तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इसके अलावा कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने केशकाल एसडीएम दीनदयाल मंडावी से किसान आत्महत्या मामले में जानकारी मांगी है.

कोंडागांव: बड़ेराजपुर ब्लॉक में एक किसान धनीराम ने रकबे में भारी-भरकम कटौती के कारण आत्महत्या कर ली है. इसे लेकर बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है. भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसान आत्महत्या के लिए भूपेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ये सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए मरने वालों के ऊपर ही आरोप लगा देती है.

अन्नदाता की मौत पर सियासत

लता उसेंडी शनिवार को मृतक धनीराम के घर पहुंच उसके परिवार का हालचाल जाना. उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि भूपेश सरकार ने गिरदावरी के नाम से किसानों का रकबा कम कराया है जिससे किसान निराश हैं. उन्होंने कहा कि धनीराम ने बैंक से कर्ज लिया था. लेकिन धान नहीं बेच पाने के कारण वो कर्ज नहीं पटा पाया और आत्महत्या कर ली. प्रशासन को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने धनीराम का मानसिक संतुनल खराब होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया. वहीं परिवार ने धनीराम के मानसिक संतुलन खराब होने की बात से इंकार किया है.

पढ़ें: छत्तीसगढ़: रकबे में कमी से दुखी किसान ने दी जान, बिचौलिए दूसरे राज्यों का खपा रहे धान

मुआवजे की मांग

लता उसेंडी ने राज्य सरकार और क्षेत्र के विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये प्रदेश सरकार की लापरवाही और धान खरीदी में की जा रही आनाकानी का नतीजा था. जिसकी वजह से किसान ने अपना जीवन खत्म कर लिया. उन्होंने कहा कि सरकार को धनीराम के परिवार को मुआवजा देना चाहिए. साथ ही उसकी एक बेटी को शासकीय नौकरी और दूसरी बेटी के शादी का खर्च प्रदेश सरकार को उठाना चाहिए.

बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर लगाए आरोप

वहीं पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने किसानों का रकबा कम किया है. जिससे किसान बहुत परेशान हैं. उन्होंने कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए मरने वालों पर मानसिक संतुलन खराब होने जैसे आरोप लगा देती है. उन्होंने राज्य सरकार की निंदा करते हुए कहा कि कम से कम मरने वाले व्यक्ति के ऊपर दूसरे आरोप लगाकर उनके परिवार को शर्मिंदा न करें.

पढ़ें: केशकाल किसान आत्महत्या : पटवारी निलंबित, तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस

किसान ने खेत में लगाई फांसी

धनीराम के पास कुल 6.70 एकड़ का जमीन है. उसने खेती के लिए सहकारी बैंक से 61 हजार 932 रुपए का कर्ज लिया था. उसने सोचा था की धान बेचकर वो कर्ज चूकता कर देगा. परिवार ने बताया कि धनीराम ने इस साल 100 क्विंटल धान बेचने का सोचा था. साथ ही दो बैल भी खरीदे थे और इस बार अपनी बड़ी बेटी का शादी करने का भी उसने सोचा था. लेकिन धान खरीदी के दौरान समिति ने सिर्फ 11 क्विंटल ही धान खरीदने की बात कही. जिससे वो परेशान हो गया और सुबह खेत में जाकर फांसी लगा ली.

कलेक्टर ने पटवारी को किया निलंबित

इस घटना में कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने कार्रवाई करते हुए पटवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. वहीं तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इसके अलावा कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने केशकाल एसडीएम दीनदयाल मंडावी से किसान आत्महत्या मामले में जानकारी मांगी है.

Last Updated : Dec 6, 2020, 10:39 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.