कोंडागांव: गर्मी की शुरुआत होते ही प्रदेश के कई जिलों में पेयजल की समस्या बढ़ने लगती है. कोंडागांव जिले के ठेमगांव में नल-जल योजना का हाल बेहाल है. गांव में 2015 में पानी टंकी का निर्माण किया गया था, लेकिन अब तक लोगों को पानी नहीं मिल पाया है.लंबे समय बीत जाने के बाद भी गांव में नल से जल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. टंकी अब महज शोपीश बनकर रह गई है. नल-जल योजना के तहत हर व्यक्ति को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना था. लेकिन कई गांवों में यह योजना दम तोड़ रही है.
गांव में 27 हैंडपंप हैं, लेकिन अधिकतर खराब पड़े हुए हैं. लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (PHE) हैंडपंप मरम्मत करने का काम करता है, लेकिन कोंडागांव जिले के कई क्षेत्रों में खराब हैंडपंप पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
27 में 22 हैंडपंप चालू फिर भी पानी की किल्लत
नल-जल आपूर्ति नहीं होने से इलाके के लोग काफी नाराज हैं. यहां 2015-16 से बनी टंकी से आजतक जलापूर्ति का प्रयास नहीं किया गया है. ठेमगांव के सचिव चलीराम नेताम ने बताया कि वर्ष 2015-16 में पीएचई विभाग ने 236 परिवारों को जलापूर्ति कराने के लिए नल-जल योजना के तहत टंकी का निर्माण कराया गया था. इसके लिए बोर खनन भी किया गया, लेकिन बोर सफल न होने के कारण नल-जल योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है. जबकि इसी गांव में 65 निजी बोर हैं. गांव में 27 हैंडपंप भी है, जिनमें 22 चालू हालत में है.
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जल्द शुरू होगी जलापूर्ति
गर्मी आते-आते यहां के हैंडपंप या तो सूख जाते हैं या इसमें नाम मात्र पानी आता है. गांव में 65 लोगों के पास बोर है. इसके अलावा गांव के बाकी लोगों को पानी के लिए हर दिन जद्दोदहद करनी पड़ती है. पीएचई विभाग के कार्यपालन यंत्री एल माहला का कहना है कि नल-जल योजना के तहत खोदे गए बोर में जल आवक क्षमता कम होने से लोगों को जलापूर्ति नहीं हो पा रही है. इस संबंध में जानकारी मिली है और जल्द ही जल स्रोत की उपलब्धता करा कर ठेमगांव में नल जल योजना की शुरुआत कर लोगों को जलापूर्ति की जाएगी.