कोंडागांव/केशकाल: केशकाल में आदिवासी युवती के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म और आत्महत्या के केस में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. जिसमें कुछ दिनों पहले पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. वहीं तत्कालीन थाना प्रभारी रमेश शोरी को भी निलंबित कर दिया गया था. इसी बीच शनिवार सुबह वारदात में आरोपी 2 और लोगों को भी पुलिस ने धर दबोचा है. इसकी पुष्टि कोंडागांव एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने की है.
केशकाल गैंगरेप और सुसाइड केस को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासी माहौल गरमाया हुआ है. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी मामले को संज्ञान में लेते हुए एसपी से घटना की जानकारी मांगी थी. जिसके बाद घटना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पुलिस महानिदेशक पी.सुंदरराज ने 5 सदस्यीय SIT की टीम गठित की थी.
एएसपी के नेतृत्व में SIT का गठन
कोंडागांव अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार साहू के नेतृत्व में गठित 5 सदस्यीय SIT की टीम ने कार्रवाई करते हुए घटना में संलिप्त कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. इसके अलावा घटना की जानकारी छिपाने के आरोप में धनोरा के तत्कालीन टीआई रमेश शोरी को सस्पेंड कर दिया गया है.
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सरकार पर हमलावर विपक्ष
केशकाल गैंगरेप का केस तूल पकड़ता जा रहा है. इसपर जमकर राजनीति भी शुरू हो गई है. शुक्रवार को भी बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल केशकाल पहुंचा था. आरोप है कि केशकाल में 7 लोगों ने आदिवासी युवती को पहले शादी वाले घर से किडनैप किया, फिर उसके साथ गैंगरेप किया. घटना के दो दिन बाद पीड़ित युवती ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी, लेकिन वारदात के 2 महीने बीतने के बाद भी पुलिस ने कोई केस दर्ज नहीं किया था. इसे लेकर बीजेपी लगातार सरकार को घेर रही है.