कांकेर: जिले के सारंडा में भालू के हमले में लापता ग्रामीण का शव जंगल में करीब 500 मीटर अंदर मिला है. ग्रामीण लगभग 4 घंटे तक जंगल में लापता ग्रामीण श्रवण सुरोजिया की तलाश करते रहे. वहीं इस पूरे मामले में हैरान करने वाली बात यह रही है कि इस दौरान वन विभाग की टीम मौके पर मौजूद रही, लेकिन जंगल में जाकर लापता ग्रामीण को ढूंढने का प्रयास विभाग द्वारा नहीं किया गया.
इस दौरान ग्रामीणों ने वन विभाग के कर्मचारियों के साथ जमकर गाली-गलौच भी की है और मौके पर बड़े अधिकरियों को बुलाने की मांग पर अड़े रहे. बीते दिनों भालू ने चार ग्रामीणों पर हमला कर दिया था. हमले में एक ग्रामीण की पहले ही मौत हो चुकी थी. जबकि 2 ग्रामीणों का इलाज जिला अस्पताल में जारी है. वहीं घटना के वक्त से ही एक ग्रामीण लापता था. जिसे ढूंढने वन विभाग की टीम पहुंची तो, लेकिन भालू के भयानक रूप को देखकर जंगल के अंदर जाने से घबराती रही.
अपने साथी श्रवण की जान बचाने गया था मृतक
इसके बाद ग्रामीणों ने ही जंगल के अंदर जाकर करीब 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीण का शव खोज निकाला. भालू ग्रामीण के शव को खींच कर जंगल के काफी अंदर तक लेकर चला गया था. मृतक रोशन भालू के हमले में फंसे अपने साथी श्रवण की जान बचाने गया था.
दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग
वन विभाग की लापरवाही से गुस्साए ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. ग्रामीणों ने वन विभाग के बड़े अधिकरियों को मौके पर बुलाने और लापरवाही बरतने वाले वनपाल कश्यप को तत्काल सस्पेंड करने की मांग की है. ग्रामीणों ने वन विभाग से मृतकों को उचित मुआवजा और घायलों के इलाज का खर्च उठाने की मांग की है.