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इस शादी में उपहार में मिल रहे पौधे, पर्यावरण बचाने की अनोखी पहल - फलदार पौधे

जिला मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूर स्थित दुर्गुकोंदल ब्लॉक के आदिवासी अंचल में स्थित वयनार गांव में शादी समारोह के दौरान उपहार में फलदार पौधे दिए, साथ ही पौधे लगाने शपथ भी दिलाई.

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Published : May 28, 2019, 11:49 PM IST

Updated : May 29, 2019, 3:11 PM IST

कांकेर: वयनार गांव, जिले के दुर्गुकोंदल ब्लॉक के आदिवासी अंचल में है, इस गांव हम आपको इसलिए ले चल रहे हैं क्योंकि एक शादी में मिलने वाले उपहार ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा है. बेहद सादगी भरी इस शादी में परिवार ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है. मंडप में दूल्हा-दुल्हन ने पौधे बांटे तो बड़े-बड़े पोस्टर में 'जल ही जीवन है' का मैसेज दिया गया.

शादी के उपहार में मिले पौधे

पर्यावरण प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. पौधे लगाने की बात कहते तो सब हैं लेकिन कुछ ही लोग ऐसा करते हैं. जिला मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूर स्थित दुर्गुकोंदल ब्लॉक के आदिवासी अंचल में स्थित वयनार गांव में शादी समारोह के दौरान उपहार में फलदार पौधे दिए, साथ ही पौधे लगाने शपथ भी दिलाई.

उपहार में पौधे
वयनार गांव में दिग्विजय और कांति की शादी में गिफ्ट के तौर पर फलदार पौधे दिए गए. पानी बचाने का निवेदन किया गया, इस तस्वीर ने दिल को सुकून पहुंचा दिया.

पानी की समस्या सबसे विकराल
इस क्षेत्र में पानी की समस्या विकराल रूप ले रही है और लोग झरिया का पानी पीने को मजबूर हैं. ऐसे में एक ग्रामीण परिवार के द्वारा शादी समारोह में पानी का बचाने का संदेश देना कई लोगो के हृदय में परिवर्तन ला सकता है और उम्मीद है लोग पर्यावरण बचाने, पानी बचाने आगे आएंगे.

लोग होंगे जागरूक
शादी जैसे समारोह में अलग अलग क्षेत्र से लोग शामिल होने पहुचते है ऐसे में इस तरह के संदेश शादी समारोह में देने से कई क्षेत्र के लोगों को पर्यावरण बचाने एवं जल सरक्षण के लिए जागरूक कर सकता है.

उपहार में मिले फलदार पौधे
शादी में पर्यावरण बचाने के इस संदेश से दूल्हे दिग्विजय के दोस्त भी प्रभावित हुए और उन्होंने शादी के उपहार में काफी लोगों ने फलदर पौधे भेंट किए हैं.

कांकेर: वयनार गांव, जिले के दुर्गुकोंदल ब्लॉक के आदिवासी अंचल में है, इस गांव हम आपको इसलिए ले चल रहे हैं क्योंकि एक शादी में मिलने वाले उपहार ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा है. बेहद सादगी भरी इस शादी में परिवार ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है. मंडप में दूल्हा-दुल्हन ने पौधे बांटे तो बड़े-बड़े पोस्टर में 'जल ही जीवन है' का मैसेज दिया गया.

शादी के उपहार में मिले पौधे

पर्यावरण प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. पौधे लगाने की बात कहते तो सब हैं लेकिन कुछ ही लोग ऐसा करते हैं. जिला मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूर स्थित दुर्गुकोंदल ब्लॉक के आदिवासी अंचल में स्थित वयनार गांव में शादी समारोह के दौरान उपहार में फलदार पौधे दिए, साथ ही पौधे लगाने शपथ भी दिलाई.

उपहार में पौधे
वयनार गांव में दिग्विजय और कांति की शादी में गिफ्ट के तौर पर फलदार पौधे दिए गए. पानी बचाने का निवेदन किया गया, इस तस्वीर ने दिल को सुकून पहुंचा दिया.

पानी की समस्या सबसे विकराल
इस क्षेत्र में पानी की समस्या विकराल रूप ले रही है और लोग झरिया का पानी पीने को मजबूर हैं. ऐसे में एक ग्रामीण परिवार के द्वारा शादी समारोह में पानी का बचाने का संदेश देना कई लोगो के हृदय में परिवर्तन ला सकता है और उम्मीद है लोग पर्यावरण बचाने, पानी बचाने आगे आएंगे.

लोग होंगे जागरूक
शादी जैसे समारोह में अलग अलग क्षेत्र से लोग शामिल होने पहुचते है ऐसे में इस तरह के संदेश शादी समारोह में देने से कई क्षेत्र के लोगों को पर्यावरण बचाने एवं जल सरक्षण के लिए जागरूक कर सकता है.

उपहार में मिले फलदार पौधे
शादी में पर्यावरण बचाने के इस संदेश से दूल्हे दिग्विजय के दोस्त भी प्रभावित हुए और उन्होंने शादी के उपहार में काफी लोगों ने फलदर पौधे भेंट किए हैं.

Intro:कांकेर- हमारे आस पास के पर्यावरण में लगातार प्रदूषण अपना घर बना रहा है पर्यावरण की रक्षा के नाम पर पौधे लगाने की पहल तो बहुत हुई लेकिन पौधे सिर्फ लागकर भुला दिए गए , फलस्वरूप आज भी लगातर पर्यावरण संकट बढ़ता जा रहा है। इसी बीच जिला मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूर स्थित दुर्गुकोंदल ब्लॉक के आदिवासी अंचल में स्थित वयनार गांव में बोर्ड और स्लोगन को देख कर लग रहा होगा कि वन विभाग की टीम यहाँ कोई आयोजन कर रही है,पर ऐसा नही है,यह शादी का मंडप है,यहां वयनर गांव के युवक दिग्विजय और कांति की शादी का जश्न है ,जहां पर्यावरण को बचाने सन्देश दिए जा रहे है। साथ ही यहां शादी के उपहार में भी फलदार पौधे दिए जा रहे है साथ ही पौधे लगाने शपथ भी दिलाई जा रही है। Body:आज शादी समारोह में डीजे की धुन के साथ लोगो को थिरकते देखना आम बात है , लेकिन शादी समारोह में बड़े बड़े बैनर के साथ पौधे लगाने की अपील , पानी बचाने का निवेदन यह देख आप निश्चित तौर पर चौक जाएंगे लेकिन यह सत्य है । और सबसे बड़ी बात यह है कि यह किसी शहर की शिक्षित लोगो के बीच की नही बल्कि एक गांव की तस्वीर है जो कि आज के इस दिखावटी दुनिया में एक सार्थक सन्देश देकर सुकून दे रही है।

पानी की समस्या सबसे विकराल
क्षेत्र में पानी की समस्या विकराल रूप ले रही है और लोग झरिया का पानी पीने विवश है , ऐसे में एक ग्रामीण परिवार के द्वारा शादी समारोह में पानी का बचाने का संदेश देना कई लोगो के हृदय में परिवर्तन ला सकता है और उम्मीद है लोग पर्यावरण बचाने , पानी बचाने आगे आएंगे ।

लोग होंगे जागरूक
शादी जैसे समारोह में अलग अलग क्षेत्र से लोग शामिल होने पहुचते है ऐसे में इस तरह के सन्देश शादी समारोह में देने से कई क्षेत्र के लोगो को पर्यावरण बचाने एव जल सरक्षण के लिए जागरूक कर सकता है ।
Conclusion:उपहार में मिले फलदार पौधे
शादी में पर्यावरण बचाने के इस संदेश से दूल्हे दिग्विजय के दोस्त भी प्रभावित हुए और उन्हें शादी के उपहार में काफी लोगो ने फलदर पौधे भेंट किये है ।

Last Updated : May 29, 2019, 3:11 PM IST
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