कांकेर: वयनार गांव, जिले के दुर्गुकोंदल ब्लॉक के आदिवासी अंचल में है, इस गांव हम आपको इसलिए ले चल रहे हैं क्योंकि एक शादी में मिलने वाले उपहार ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा है. बेहद सादगी भरी इस शादी में परिवार ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है. मंडप में दूल्हा-दुल्हन ने पौधे बांटे तो बड़े-बड़े पोस्टर में 'जल ही जीवन है' का मैसेज दिया गया.
पर्यावरण प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. पौधे लगाने की बात कहते तो सब हैं लेकिन कुछ ही लोग ऐसा करते हैं. जिला मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूर स्थित दुर्गुकोंदल ब्लॉक के आदिवासी अंचल में स्थित वयनार गांव में शादी समारोह के दौरान उपहार में फलदार पौधे दिए, साथ ही पौधे लगाने शपथ भी दिलाई.
उपहार में पौधे
वयनार गांव में दिग्विजय और कांति की शादी में गिफ्ट के तौर पर फलदार पौधे दिए गए. पानी बचाने का निवेदन किया गया, इस तस्वीर ने दिल को सुकून पहुंचा दिया.
पानी की समस्या सबसे विकराल
इस क्षेत्र में पानी की समस्या विकराल रूप ले रही है और लोग झरिया का पानी पीने को मजबूर हैं. ऐसे में एक ग्रामीण परिवार के द्वारा शादी समारोह में पानी का बचाने का संदेश देना कई लोगो के हृदय में परिवर्तन ला सकता है और उम्मीद है लोग पर्यावरण बचाने, पानी बचाने आगे आएंगे.
लोग होंगे जागरूक
शादी जैसे समारोह में अलग अलग क्षेत्र से लोग शामिल होने पहुचते है ऐसे में इस तरह के संदेश शादी समारोह में देने से कई क्षेत्र के लोगों को पर्यावरण बचाने एवं जल सरक्षण के लिए जागरूक कर सकता है.
उपहार में मिले फलदार पौधे
शादी में पर्यावरण बचाने के इस संदेश से दूल्हे दिग्विजय के दोस्त भी प्रभावित हुए और उन्होंने शादी के उपहार में काफी लोगों ने फलदर पौधे भेंट किए हैं.