कांकेर: छत्तीसगढ़ में मानसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में जिले के कई अंदरूनी गांव जो बारिश के दिनों में टापू में तब्दील हो जाते हैं. वहां स्वास्थ्य विभाग ने जरूरी दवाइयां पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है. ताकि बारिश के दिनों में ग्रामीणों को किसी तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े.
जिले में लगभग 50 गांव ऐसे है, जो बारिश के दिनों में नदी-नालों से घिर जाते हैं. जिसके कारण यहां आना-जाना मुश्किल हो जाता है. ये गांव तीन महीने तक जिला और ब्लॉक मुख्यालय से पूरी तरह कट जाते हैं.
मितानिन देंगी दवाइयां
स्वास्थ्य विभाग ने सभी ग्राम पंचायतों में जरूरी दवाइयां भेजने के निर्देश दे दिया है. साथ ही इन गांवों में सेवा देने वाली मितानिनों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है. गांव-गांव तक दवाइयां पहुंचाने में मितानिनों की सेवा ली जा रही है. दवाइयों से साथ इन गावों में राशन भी पहुंचाया जा रहा है.
महामारी को लेकर अलर्ट
जिला स्वास्थ्य अधिकारी जेएल उइके ने कहा कि बारिश को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ऐसे गावों में महामारी को लेकर भी अलर्ट पर रहने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि अगर गांव में एक से ज्यादा लोगों को एक ही बीमारी के लक्षण दिखे तो तुरंत वहां शिविर लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं.