कांकेर: कांकेर में भालुओं की चहलकदमी तो आम है लेकिन अब यहां हाथी ने भी दस्तक दे दिया है. कांकेर जिले के चारामा वन परिक्षेत्र के हाराडुला में दंतैल हाथी देखा गया है. हाथी की आमद से ग्रामीण दहशत में हैं. वन विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है.
कांकेर में दंतैल हाथी: धमतरी के केरेगांव डुबान क्षेत्र में तीन हाथियों का दल घूम रहा था. इस दल से बिछड़ा एक हाथी कांकेर के हाराडुला में घुस गया है. हाथी ने किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है. वन विभाग की तरफ से लगाई गई तार को भी हाथी ने तोड़ दिया है. सुबह होते ही हाथी जंगल की ओर चला गया है. हालांकि वन विभाग सतर्क है. वन परिक्षेत्र अधिकारी चारामा ने बताया कि '' कांकेर और धमतरी सीमा क्षेत्र से लगे 9 गांवों में मुनादी करवाई गई है. हाराडुला, हल्बा क्षेत्र के ग्रामीणों को अलर्ट किया गया है. ग्रामीणों को जंगल जाने से मना किया गया है. हाथी दिखने पर नजदीकी वन कर्मचारी को सूचना देने की अपील भी ग्रामीणों से की गई है. "
MCB Elephants मनेंद्रगढ़ के खड़गवां में हाथियों का उत्पात, मकानों को तोड़ा, फसल रौंदा
छत्तीसगढ़ में हाथियों का उत्पात: छत्तीसगढ़ में हाथियों का उत्पात नहीं थम रहा है. कांकेर ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के दूसरे इलाके में भी हाथियों की दहशत है. हाल ही में धमतरी के मगरलोड में दंतैल हाथियों के दल ने काफी उत्पात मचाया था. हाथियों ने यहां एक युवक को कुचलकर मार डाला था. धमतरी के अलावा मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के वन परिक्षेत्र खड़गवां में भी हाथियों ने बीते दिनों जमकर उत्पात मचाया था. खड़गवां वन परिक्षेत्र के सकड़ा बीट के देवाडांड में हाथी ने कच्चे मकानों को तोड़ दिया था. गेंहू की फसल भी बर्बाद कर दी थी. सरगुजा संभाग के ग्रामीण भी हाथियों के उत्पात से परेशान हैं. कुछ दिन पहले ही बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर के कैलाशपुर गांव में 35 हाथियों के दल ने जमकर उत्पात मचाया. हाथियों के दल ने ग्रामीणों के घर को तोड़ते हुए घर में रखा अनाज चटकर गए.