कांकेर: मरवाही उपचुनाव में अमित जोगी और ऋचा जोगी का नामांकन खारिज होने की खबर पर पूर्व विधायक मंतूराम पवार की प्रतिक्रिया सामने आई है. मंतूराम पवार ने जोगी परिवार पर जमकर निशाना साधा है. पवार ने कहा कि जोगी परिवार के सदस्यों का नामांकन खारिज कर चुनाव से वंचित करना ही उचित कार्रवाई नहीं है. बल्कि जोगी परिवार पर आदिवासियों का हक और उनका अधिकार हनन करने के आरोप में 420 का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जानी चाहिए.
मंतूराम ने कहा कि 2014 उपचुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह और जोगी परिवार ने मिलके उनका आदिवासी जनाधार खत्म करने का प्रयास किया. उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई. वो खरीद फरोख्त की घटना से अनजान थे. उनकी राजनीति खत्म करने का प्रयास किया है. ये उसी का नतीजा है. आज जोगी परिवार की सियासत ही खत्म हो गई. उन्होंने यह भी कहा कि जोगी परिवार को धोखाधड़ी के आरोप गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
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पवार ने कहा कि माई दंतेश्वरी देवी हमारे बस्तर की इष्ट देवी हैं. भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं. दंतेवाड़ा और चित्रकूट उपचुनाव में रमन सिंह चारो खाने चित हो गए और अब मरवाही उपचुनाव में जोगी परिवार चुनाव नहीं लड़ सकता है. इस तरह से दोनों विकेट गिर चुका है. जिस तरीके से ये लोग मिलकर एक आदिवासी के जनाधार को खत्म करना चाह रहे थे, आज उनका ही सब कुछ खत्म हो चुका है.