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कांकेर : नया शिक्षा सत्र शुरू होने में बचे हैं 4 दिन, अब तक नहीं आए परीक्षा के नतीजे

जिले में नया शिक्षा सत्र शुरू होने में महज 4 दिन का समय शेष है, लेकिन पांचवीं और आठवीं को छोड़कर प्राथमिक और माध्यमिक कक्षाओं के नतीजे अब तक जारी नहीं हुए हैं.

अब तक नहीं आए परीक्षा के नतीजे
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Published : Jun 13, 2019, 10:46 AM IST

Updated : Jun 13, 2019, 11:31 AM IST

कांकेर : नया शिक्षा सत्र शुरू होने में महज 4 दिन का समय शेष है, लेकिन पांचवीं और आठवीं को छोड़कर प्राथमिक और माध्यमिक कक्षाओं के नतीजे अब तक जारी नहीं हुए हैं. ऐसे में जिले के करीब 70 हजार बच्चे अपने नतीजों के इंतजार में बैठे हैं. शिक्षा विभाग हर साल नए-नए प्रयोग कर रहा है, जिसका खामियाजा बच्चे भुगत रहे हैं.

अब तक नहीं आए परीक्षा के नतीजे

स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा प्रदेशभर के प्राथमिक और माध्यमिक क्लास के बच्चों के विषयवार नंबर ऑनलाइन एंट्री कर मंगवाए थे, पहले तो इतनी बड़ी संख्या में बच्चों के विषयवार एंट्री में काफी समय लग गया और 16 मई तक एंट्री का ही काम चलता रहा, लेकिन इसके बाद भी एक महीना बीत जाने के बाद अब तक नतीजे जारी नहीं हो सके हैं. इससे पहले तक हर साल 30 अप्रैल तक नतीजे जारी कर दिए जाते थे, लेकिन इस बार स्कूल शिक्षा विभाग की नई नीति ने प्राथमिक और माध्यमिक के बच्चों को ही उलझन में डाल दिया है.

हर साल नया प्रयोग बना रहा शिक्षा का मजाक
स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा हर साल शिक्षा के क्षेत्र में नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं, मानो बच्चों का एजुकेशन नहीं, बल्कि शिक्षा विभाग की कोई प्रयोगशाला चल रही हो, इसके पहले भी आठवीं तक के बच्चों को फेल नहीं करने का नियम लाया गया था, जिसका बुरा प्रभाव शिक्षा के स्तर पर पड़ा, अब हर बच्चे के विषयवार नंबर ऑनलाइन मंगवाए गए, लेकिन इन सबका फायदा क्या है ये बताने वाला कोई नहीं है.

नतीजे के इंतजार में बैठे हैं 70 हजार से ज्यादा बच्चे
जिले में 70 हजार से ज्यादा बच्चे नतीजे आने के इंतजार में बैठे हैं, लेकिन अभी भी ये साफ नहीं है कि, नतीजे कब तक आएंगे. ऐसे में बच्चे अगली क्लास में बिना नतीजे के साथ बैठेंगे.

बोर्ड की तर्ज पर हुई थी परीक्षा
इस बार प्राथमिक और माध्यमिक की परीक्षा भी बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर आयोजित की गई थी और शासन के द्वारा सभी के लिए एक ही प्रश्न पत्र जारी किए गए थे. साथ ही संकुल स्तर पर कॉपियां बदलकर जंचवाई गई थीं, लेकिन शायद बिना तैयारी शासन का ये प्रयोग उनके लिए सिर दर्द बन गया है.

2 दिन में नतीजे जारी करने का दावा
जिला शिक्षा अधिकारी अर्जुन मेश्राम का कहना है कि, 'सभी स्कूलों को मार्कशीट जारी कर दी गई है, भानुप्रतापपुर और अंतागढ़ से कुछ जानकारी आना शेष है. दो से तीन दिन में नतीजे जारी कर दिए जाएंगे. अगर तीन दिन बाद भी नतीजे नहीं आते तो ऐसा पहली बार होगा कि नतीजे आए बिना ही नया सत्र शुरू हो गया हो और बच्चे दूसरी क्लास में बैठेंगे.

कांकेर : नया शिक्षा सत्र शुरू होने में महज 4 दिन का समय शेष है, लेकिन पांचवीं और आठवीं को छोड़कर प्राथमिक और माध्यमिक कक्षाओं के नतीजे अब तक जारी नहीं हुए हैं. ऐसे में जिले के करीब 70 हजार बच्चे अपने नतीजों के इंतजार में बैठे हैं. शिक्षा विभाग हर साल नए-नए प्रयोग कर रहा है, जिसका खामियाजा बच्चे भुगत रहे हैं.

अब तक नहीं आए परीक्षा के नतीजे

स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा प्रदेशभर के प्राथमिक और माध्यमिक क्लास के बच्चों के विषयवार नंबर ऑनलाइन एंट्री कर मंगवाए थे, पहले तो इतनी बड़ी संख्या में बच्चों के विषयवार एंट्री में काफी समय लग गया और 16 मई तक एंट्री का ही काम चलता रहा, लेकिन इसके बाद भी एक महीना बीत जाने के बाद अब तक नतीजे जारी नहीं हो सके हैं. इससे पहले तक हर साल 30 अप्रैल तक नतीजे जारी कर दिए जाते थे, लेकिन इस बार स्कूल शिक्षा विभाग की नई नीति ने प्राथमिक और माध्यमिक के बच्चों को ही उलझन में डाल दिया है.

हर साल नया प्रयोग बना रहा शिक्षा का मजाक
स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा हर साल शिक्षा के क्षेत्र में नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं, मानो बच्चों का एजुकेशन नहीं, बल्कि शिक्षा विभाग की कोई प्रयोगशाला चल रही हो, इसके पहले भी आठवीं तक के बच्चों को फेल नहीं करने का नियम लाया गया था, जिसका बुरा प्रभाव शिक्षा के स्तर पर पड़ा, अब हर बच्चे के विषयवार नंबर ऑनलाइन मंगवाए गए, लेकिन इन सबका फायदा क्या है ये बताने वाला कोई नहीं है.

नतीजे के इंतजार में बैठे हैं 70 हजार से ज्यादा बच्चे
जिले में 70 हजार से ज्यादा बच्चे नतीजे आने के इंतजार में बैठे हैं, लेकिन अभी भी ये साफ नहीं है कि, नतीजे कब तक आएंगे. ऐसे में बच्चे अगली क्लास में बिना नतीजे के साथ बैठेंगे.

बोर्ड की तर्ज पर हुई थी परीक्षा
इस बार प्राथमिक और माध्यमिक की परीक्षा भी बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर आयोजित की गई थी और शासन के द्वारा सभी के लिए एक ही प्रश्न पत्र जारी किए गए थे. साथ ही संकुल स्तर पर कॉपियां बदलकर जंचवाई गई थीं, लेकिन शायद बिना तैयारी शासन का ये प्रयोग उनके लिए सिर दर्द बन गया है.

2 दिन में नतीजे जारी करने का दावा
जिला शिक्षा अधिकारी अर्जुन मेश्राम का कहना है कि, 'सभी स्कूलों को मार्कशीट जारी कर दी गई है, भानुप्रतापपुर और अंतागढ़ से कुछ जानकारी आना शेष है. दो से तीन दिन में नतीजे जारी कर दिए जाएंगे. अगर तीन दिन बाद भी नतीजे नहीं आते तो ऐसा पहली बार होगा कि नतीजे आए बिना ही नया सत्र शुरू हो गया हो और बच्चे दूसरी क्लास में बैठेंगे.

Intro:कांकेर - नया शिक्षा सत्र शुरू होने में महज 4 दिन का समय शेष है लेकिन इस बार अब तक पांचवी और आठवी को छोड़कर प्राथमिक और माध्यमिक के नतीज़े अब तक जारी नही हो सके है। शिक्षा व्यवस्था को लेकर हर साल स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किये जा रहे तरह तरह के प्रयोग ने शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह मजाक बना कर रख दिया है। निश्चित तौर पर यह पहला मौका है जब नया सत्र शुरू होने वाला है और मासूम बच्चे अब तक पिछले क्लास के नतीज़े का इंतज़ार करते बैठे है।


Body:स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा प्रदेश भर के प्राथमिक और माध्यमिक के सभी क्लास के बच्चो के विषय वार नम्बर ऑनलाइन एंट्री कर मंगवाए थे , पहले तो इतने भारी संख्या में बच्चो के विषय वार एंट्री में काफी समय लग गया था और 16 मई तक एंट्री का ही कार्य चल रहा था , लेकिन इसके बाद भी एक महीना बीतने को आया लेकिन अब तक नतीजे जारी नही हो सके है। इसके पहले तक हर साल 30 अप्रैल तक नतीज़े जारी किए जाते थे , लेकिन इस बार स्कूल शिक्षा विभाग की नई नीति ने प्राथमिक और माध्यमिक के बच्चो को ही उलझन में डाल दिया है कि आखिर उनके नतीज़े क्यों नही आ रहे है ।

हर साल नया प्रयोग बना रहा शिक्षा का मजाक
स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा हर साल शिक्षा के क्षेत्र में नए नए प्रयोग किये जा रहे है , मानो बच्चो का एजुकेशन नही बल्कि शिक्षा विभाग की कोई प्रयोग शाला चल रही हो , इसके पहले भी आठवी तक के बच्चो को फेल नही करने का नियम लाया गया जिसका बुरा प्रभाव शिक्षा के स्तर पर पड़ा , अब हर बच्चे के विषयवार नबंर ऑनलाइन मंगवाए गए लेकिन इससे होगा क्या इसका जवाब देने वाला कोई नही है ।

70 हजार से अधिक बच्चे बैठे नतीज़े के आस में
जिले में लगभग 70 हजार से अधिक बच्चे अब तक अपने नतीज़े आने को लेकर आस लगाए बैठे है , लेकिन अभी भी यह साफ नह है कि नतीज़े कब आएंगे या नया सत्र में बच्चे बिना नतीज़ा जाने ही अगली क्लास में बैठेंगे क्योकि फेल तो उन्हें किया जाना नही है ।

बोर्ड के तर्ज पर हुई थी इस बार परीक्षा
इस बार प्राथमिक और माध्यमिक की परीक्षा भी बोर्ड परीक्षा के तर्ज पर आयोजित की गई थी , और शासन के द्वारा सभी के लिए एक ही प्रश्न पत्र जारी किये गए थे तथा संकुल स्तर पर कापियां बदल कर जंचवाई गई थी , लेकिन शायद बिना तैयारी शासन का यह प्रयोग उनके लिए सिर दर्द बन गया है।




Conclusion:दो से दिन में नतीज़े जारी करने का दावा
जिला शिक्षा अधिकारी अर्जुन मेश्राम का कहना है कि सभी स्कूलों को मार्कशीट जारी कर दी गई है , भानुप्रतापपुर और अन्तागढ़ से कुछ जानकारी आना शेष है दो से दिन दिन में नतीज़े जारी कर दिए जाएंगे । अभी भी दो से तीन दिन का समय लगने की बात कही जा रही है , यदि इसमे थोड़ा भी विलम्ब हुआ तो यह इतिहास में पहली बार होगा कि नया सत्र प्रारम्भ हो जाएगा और पिछले सत्र के नतीज़े नही आये होंगे ।


बाइट- अर्जुन मेश्राम जिला शिक्षा अधिकारी
Last Updated : Jun 13, 2019, 11:31 AM IST
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