कांकेर: कलेक्टर केएल चौहान पर सोशल मीडिया पर पत्रकार के खिलाफ अमर्यादित टिपण्णी करने का आरोप है. जिसके खिलाफ जिले के पत्रकारों ने जिला मुख्यालाय में मौन जुलूस निकाला, कलेक्ट्रेट चौक में कलेक्टर का पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी की गई. जिले के पत्रकारों ने कलेक्टर केएल चौहान को एक हफ्ते के भीतर कांकेर से हटाए जाने का अल्टीमेटम दिया है. पत्रकारों ने कार्रवाई नहीं होने की सूरत में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
कलेक्टर केएल चौहान ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर एक पत्रकार की प्रकाशित खबर पर अमर्यादित टिप्पणी की थी. जिस पर जिले के पत्रकारों में भारी आक्रोश है. जिले के पत्रकारों ने एकमत होकर जिला मुख्यालाय में मौन जुलूस निकाला और राज्यपाल के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है.
कलेक्टर का विवादों से पुराना नाता
कलेक्टर के एल चौहान का विवादों से पुराना नाता रहा है, कलेक्टर ने इसके पहले पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी से सरेआम गाली-गलौज की थी और अधिकारी को बिना किसी प्रकरण के 4 घंटे थाने में बैठाया था. जिसके बाद अधिकारी कर्मचारियों ने कलेक्टर के खिलाफ आंदोलन भी किया था.
कांकेर से हटाने की मांग
वहीं कोंडागांव में एसडीएम रहते हुए भी इमली आंदोलन के दौरान ग्रामीणों से कलेक्टर का जमकर विवाद हुआ था और मामला मारपीट तक पहुंच गया था. विवादों में घिरे रहने वाले कलेक्टर केएल चौहान को तत्काल प्रभाव से कांकेर से हटाने की मांग की गई है.
पढ़ें-विवादों में कलेक्टर केएल चौहान, पत्रकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर अमर्यादित टिप्पणी का आरोप
पत्रकारों ने कलेक्टर को एक हफ्ते में हटाने का अल्टीमेटम दिया है, यदि ऐसा नहीं होता है तो संभाग और प्रदेश स्तरीय आंदोलन किया जाएगा. पत्रकारों ने साफ कहा कि इस बार सिर्फ माफी से काम नहीं चलेगा. कलेक्टर ने अपनी मर्यादा लांघ कर पूरे देश भर के पत्रकारों का अपमान किया है.