कांकेर: पखांजूर पुलिस ने मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के नाम पर 35 लाख रुपए की ठगी केस में एजेंट का काम करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी हवाला कारोबारी है, जो कमीशन लेकर लोगों के नगदी रुपये अवैध तरीके से ट्रांसफर करने का काम करता है. आरोपी ने महिला से रुपए लेकर अन्य आरोपियों को दिया था.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, केस में संलिप्त आरोपियों ने मेडिकल काउंसलर बनकर प्रार्थिया शिखा दास से संपर्क किया था. आरोपियों ने महिला को मंत्रालय में अच्छी पहचान होने का झांसा देकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया है. आरोपियों ने महिला से कहा था कि वे उनके बच्चों का एडमिशन मेडिकल कॉलेज में करवा सकते हैं. इस काम के लिए आरोपियों ने महिला से 34,35,200 रुपए मांगे थे. रुपए मिलने के बाद आरोपियों ने प्रार्थिया से संपर्क तोड़ दिया और अंडरग्राउंड हो गए थे.
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3 आरोपियों को पहले किया गया था गिरफ्तार
धोखाधड़ी का अहसास होने के बाद प्रार्थिया शिखा दास ने इसकी रिपोर्ट पखांजूर धाने में दर्ज कराई थी. महिला ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने मेडिकल कॉलेज बेंगलुरू में दाखिला के नाम पर उससे 34 लाख 35 हजार 200 की धोखाधड़ी की है. पीड़ित महिला की शिकायत पर पुलिस आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही थी. इस दौरान पुलिस ने वारदात में संलिप्त मुख्य आरोपी दीपक चटर्जी, डॉक्टर जियाउल हक रहमानी और प्रभु दीप सिंह को गिरफ्तार किया था, जो दिल्ली, गाजियाबाद और बरेली के रहने वाले बताए जा रहे हैं. वहीं आरोपी हवाला कारोबारी जतिन प्रजापति फरार था, जिसे गिरफ्तार किया गया है.
हवाला कारोबारी है आरोपी
हवाला कारोबारी जतिन प्रजापति ने महिला का संपर्क आरोपी दीपक चटर्जी से कराया था. जतिन ने दिल्ली में अन्य आरोपियों को धोखाधड़ी की रकम उपलब्ध कराई थी. आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह अवैधानिक तरीके से कमीशन लेकर लोगों के नगदी रकम ट्रांसफर करने का काम गोपनीय तरीके से पिछले 12 साल से कर रहा है. जतिन पाटन गुजरात का रहने वाला है. पुलिस ने आरोपी को रायपुर से गिरफ्तार किया है.