पखांजूर: क्षेत्र में पहले फूड प्रोसेसिंग पार्क के लिए जगह चयनित करने के लिए एक दिन के दौरे पर जिला कलेक्टर रामकृष्णापुर पंचायत में स्थित मिक्स फार्म में पहुंचे. जहां उन्होंने फूड प्रोसेसिंग पार्क के लिए 10 हेक्टेयर जगह का चयन किया. इसके साथ ही चौपाल लगा कर लोगों की समस्याएं सुनी.
इस फूड प्रोसेसिंग पार्क में अलग-अलग प्रकार के फसलों के उत्पादन में किसानों की रुचि बढ़ेगी. स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होगा. इसी प्रकार कृषि आधारित उद्योग की स्थापना से कृषि उत्पाद को अधिक समय तक सुरक्षित रखा जा सकेगा. इन उद्योगों के लगाने से उत्पाद, कच्चे माल की मांग निरंतर बनी रहेगी. किसानों का उत्साह भी बना रहेगा.
यूनिट लगने से सब्जियां नहीं होंगी खराब
अभी तक किसानों के सामने सबसे बड़ी दिक्कत इस बात की होती है. उत्पादित सब्जी और दूसरे फूड को वे ज्यादा दिन तक अपने पास नहीं रख सकते. स्थानीय स्तर पर सप्लायर के माध्यम से दूसरी जगह भेजते हैं. कई बार किसी कारण से सप्लाई नहीं होने से समान खराब हो जाता है. तो ऐसे समय में इन यूनिट में सब्जियां रखने की भी व्यवस्था होगी.
लोगों को रोजगार मिलने की भी उम्मीद
प्रस्तावित योजना के तहत लोगों को रोजगार मिलने की भी उम्मीद है. जिले से किसानों का अंशदान लिया जाएगा. विभाग के अनुसार आसपास के ग्रामीणों को इसका लाभ मिलेगा. इसके लिए स्थानीय प्रशासन भी खेती-बाड़ी के लिए किसान को प्रोत्साहित करेगी. ताकि हर क्षेत्र के किसानों को इसका भरपूर लाभ मिल सके.
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कलेक्टर के.एल.चौहान ने बताया कि जिले में कृषि आधारित उद्योग और खाद्य प्रसंस्करण इकाई की स्थापना किया जा रहा है. इसी प्रकार कृषि आधारित उद्योग की स्थापना से कृषि उत्पाद को अधिक समय तक संरक्षित रखा जा सकेगा. इन उद्योगों के लगने से उत्पाद(कच्चा माल) की मांग निरंतर बनी रहेगी.