कांकेरः कोरोना संक्रमण जिले में तेजी से अपना पैर पसार रहा है. संक्रमित हो रहे लोगों की संख्या बढ़ने के साथ मौत के आंकड़े भी बढ़ने लगे हैं. कोरोना पर लगाम लगाने के तमाम प्रयास के बाद भी रोजना कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है.
बढ़ते कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने और कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए अब लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है. जिले को कंटेनमेंट जोन घोषित कर तमाम प्रतिबंध लगा दिए गए हैं. जिला प्रशासन के अधिकारियों और जवानों ने कांकेर शहर में सोमवार शाम फ्लैग मार्च निकाला. साथ ही लॉकडाउन में सहयोग और कोविड से बचाव करने की लोगों से अपील की.
बढ़ते मामलों के बीच लॉकडाउन
कोविड संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर जिले में सोमवार 19 अप्रैल से 26 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा की गई है. सोमवार शाम से प्रस्तावित लॉकडाउन के चलते बाजारों में खरीदारों के लिए लोगों की भीड़ दिखी. जरूरत के सामान की दुकानों के अलावा अन्य दुकानों पर भी भीड़ दिखाई दी. एटीएम बूथों पर भी रुपये निकालने वालों की लाइन लगी रही. इस दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हो सका.
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लॉकडाउन से पहले बजार में हुई भीड़
लॉकडाउन का आदेश जारी होन के बाद शहर के दुकानों में भीड़ नजर आई. लोग अपनी जरूरत के सामान खरीदते नजर आए. लॉकडाउन के एक दिन पूर्व रविवार को लोगों की भीड़ बाजार में उमड़ पड़ी. सैकड़ों लोगों ने अपनी जान को दांव पर लगाकर सामान की खरीदी की. इस दौरान आमजन ना तो मास्क का उपयोग करते नजर आए और ना ही लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा.
बैंक में भी जमा हुई भीड़
लॉकडाउन के पहले शहर के बैंकों में बड़ी संख्या में ग्राहक रुपये निकालने और जमा करने पहुंचे. एक-एक प्रवेश करने देने से बैंक के सामने ग्राहकों की भीड़ लग गई. करीब एक से डेढ़ घंटे तक ग्राहक कतार में खड़े रहे. कुछ ग्राहकों के नंबर आने से पहले ही बैंक बंद हो गया. जिसके कारण कुछ लोग बिना काम कराए ही घर वापस चले गए.