कांकेर: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अपने एक दिवसीय दौरे पर कांकेर में आज बड़ी सभा करने वाले हैं. कांकेर पहुंचने के बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री सबसे पहले पद्मश्री से सम्मानित अजय मंडावी के घर पहुंचे और उनसे मुलाकात की. अजय मंडावी ने लकड़ी पर कास्ट कला से बनाई महामृत्युंजय मंत्र रक्षा मंत्री को भेंट की. राजनाथ सिंह ने अजय मंडावी को सम्मानित किया.
कौन है अजय मंडावी: जिले के काष्ठ शिल्प कलाकार अजय मंडावी को उनकी कला के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया. अजय मंडावी को उनकी जिस कला के लिए पुरस्कार मिला है, उसमें वंदेमातरम शामिल है. उन्होंने 40 फिट ऊंची और 22 फिट चौड़ी काष्ट पट्टिका पर वंदेमातरम की कृति तैयार की थी. गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी उनकी ये कृति दर्ज हो चुकी है. अजय मंडावी के मार्गदर्शन में कांकेर जिला जेल के 9 कैदियों ने मेहनत कर 20 फीट चौड़ी और 40 फीट लंबी लकड़ी की तख्ती पर राष्ट्रीय गीत को काष्ठशिल्प के रूप में उकेरा था. मंडावी ने अपनी इस कला को राष्ट्र के नाम समर्पित किया है.
कैदियों का सुधार रहे जीवन: पद्मश्री अजय मंडावी कांकेर जेल में बंद कैदियों को पिछले 14 साल से काष्ठ कला सिखा रहे हैं. इनमें कई नक्सली मामलों में बंद कैदी भी शामिल है. शांता आर्ट्स के जरिए अजय मंडावी कैदियों को कला का प्रशिक्षण दे रहे हैं. ताकि वे समाज में एक बेहतर इंसान के रूप में जीवन जी सके. उनकी इस सेवा के लिए छत्तीसढ़ सरकार ने साल 2006 में उन्हें स्टेट अवार्ड से भी सम्मानित किया था.