ETV Bharat / state

SPECIAL: मिर्च ने बदली किसानों की किस्मत, मालामाल हो रहे हैं किसान

परलकोट में दो साल पहले तक किसान केवल धान और मक्के की फसलों का ही उत्पादन किया करते थे, लेकिन आज परलकोट के किसानों में मिर्ची की खेती को लेकर ज्यादा दिलचस्पी दिखाई दे रही है.

Package on chilli farming in Kanker
मिर्च ने बदली किसानों की किस्मत
author img

By

Published : Dec 2, 2019, 7:09 AM IST

Updated : Dec 2, 2019, 10:02 AM IST

कांकेर: मिर्च ने जिले के किसानों की किस्तमत बदल दी है. कांकेर जिले के परालकोट क्षेत्र के किसान मिर्च उगाकर अपनी किस्मत चमका रहे हैं. जी हां, मिर्च की फसल से किसानों की आमदनी बढ़ी है. धान और मक्के की खेती करने वाले किसान इन दिनों मिर्च की फसलों में ज्यादा रुचि ले रहे हैं.

मिर्च ने बदली किसानों की किस्मत

परलकोट में दो साल पहले तक किसान केवल धान और मक्के की फसलों का ही उत्पादन किया करते थे, लेकिन आज परलकोट के किसानों में मिर्ची की खेती को लेकर ज्यादा दिलचस्पी दिखाई दे रही है. कुछ किसानों का कहना है कि मक्के और धान की फसल में समय और खर्च ज्यादा होता है और मुनाफा कम.

एक एकड़ में 3-4 लाख रुपये तक का फायदा
किसान एक एकड़ में मिर्च की फसल उगाकर 3 से 4 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा लेते हैं. मिर्च का पौधा रोपने के डेढ़ से दो महीने में मिर्ची का उत्पादन शुरू हो जाता है. जो करीब 5 से 6 महीनों तक चलता है. किसान हर हफ्ते औसतन 20 हजार रुपये तक का मिर्च बेचते हैं.

आधुनिक हो रहे किसान
कृषि विभाग के REO रथिन बैनर्जी ने कहा कि पहले तो किसान धान और मक्के का ही फसल लगाते थे, लेकिन अब बदलते समय के साथ परलकोट के किसान आधुनिक उपकरणों से फसल उगा रहे हैं. ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए मिर्च की फसल में भी रुचि दिखा रहे हैं.

मिर्च की फसल में लगती है कम जगह
किसान अब फ्लड ईरीगेशन के बजाय ड्रिप ईरिगेशन से मिर्च की फसल का उत्पादन कर रहे हैं. मिर्ची की फसल में कम जगह लगती है और ज्यादा मुनाफा कमाया होता है.

कांकेर: मिर्च ने जिले के किसानों की किस्तमत बदल दी है. कांकेर जिले के परालकोट क्षेत्र के किसान मिर्च उगाकर अपनी किस्मत चमका रहे हैं. जी हां, मिर्च की फसल से किसानों की आमदनी बढ़ी है. धान और मक्के की खेती करने वाले किसान इन दिनों मिर्च की फसलों में ज्यादा रुचि ले रहे हैं.

मिर्च ने बदली किसानों की किस्मत

परलकोट में दो साल पहले तक किसान केवल धान और मक्के की फसलों का ही उत्पादन किया करते थे, लेकिन आज परलकोट के किसानों में मिर्ची की खेती को लेकर ज्यादा दिलचस्पी दिखाई दे रही है. कुछ किसानों का कहना है कि मक्के और धान की फसल में समय और खर्च ज्यादा होता है और मुनाफा कम.

एक एकड़ में 3-4 लाख रुपये तक का फायदा
किसान एक एकड़ में मिर्च की फसल उगाकर 3 से 4 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा लेते हैं. मिर्च का पौधा रोपने के डेढ़ से दो महीने में मिर्ची का उत्पादन शुरू हो जाता है. जो करीब 5 से 6 महीनों तक चलता है. किसान हर हफ्ते औसतन 20 हजार रुपये तक का मिर्च बेचते हैं.

आधुनिक हो रहे किसान
कृषि विभाग के REO रथिन बैनर्जी ने कहा कि पहले तो किसान धान और मक्के का ही फसल लगाते थे, लेकिन अब बदलते समय के साथ परलकोट के किसान आधुनिक उपकरणों से फसल उगा रहे हैं. ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए मिर्च की फसल में भी रुचि दिखा रहे हैं.

मिर्च की फसल में लगती है कम जगह
किसान अब फ्लड ईरीगेशन के बजाय ड्रिप ईरिगेशन से मिर्च की फसल का उत्पादन कर रहे हैं. मिर्ची की फसल में कम जगह लगती है और ज्यादा मुनाफा कमाया होता है.

Intro:ऐंकर - मिर्ची की फसल से किसानों की आमदनी बड़ी।परलकोट क्षेत्र में आज से दो वर्ष पहले तक किसान मात्र धान एवं मक्के की फसलों की उत्पादन किया करते थे, मगर आज परलकोट क्षेत्र के किसानों में मिर्ची की खेती करने में रूचि देखने को मिल रहा है कुछ किसानों का कहना है कि मक्का एवं धान की फसल में समय एवं खर्च बोहत ज्यादा होता हैं तथा मुनाफा हो जाता हैं।किसानों के पास जितनी जमीन फसल के लिए तैयार होते हैं उनमेसे एकड़ या आधा एकड़ जमीन पर मिर्ची का फसल करने पर लाखों रुपए की मुनाफा कमा लेते हैं।मिर्ची का पौधे के रोपण के डेढ़ दो माह से मिर्ची उगना सुरु हो जाते है और लगातर 5/6 महीनों तक मिर्ची पौधों में लगातार फसल निकलते हैं हर हप्ताह में किसानों को 20 हजार रुपए तक का मिर्ची बेचते हैं।देखा जाए तो किसान 5 माह तक 4 से 5 लाख रुपये कमा लेते हैं।Body:बतादे की परलकोट क्षेत्र में पहले पड़ोसी राज्य ओड़िशा एवं जगदलपुर से मिर्ची का आयात व्यापारी किया करते थे,और ज्यादा मूल्य पर बिक्री किया जाता था।आज परलकोट क्षेत्र में ही मिर्ची की फसल होने पर दूसरे राज्य से मिर्ची का आयात कम होते दिख रहा है किसानों में मक्का एवं धान की फसल के साथ साथ मिर्ची का फसल में बोहत रुचि देखने को मिल रहा है।एवं किसान मिर्ची उत्पादन कर अधिक मुनाफा कमा रहे हैं।

बही एग्रीकल्चर के reo रथिन बैनर्जी ने कहा कि पहले तो किसान धान एवं मक्के की फसल हो लगाया करते थे मगर क्षेत्र के किसानों में बदलते समय एवं आधुनिक तकनीक से अधिक मुनाफा कमाने के लिए मिर्जा का फसलों में रुचि दिखा रहे हैं खेत ने ड्रिप सिंचाई से कई किसान मिर्ची का फसल उत्पादन कर रहे हैं और लाखों रुपए मुनाफा कमा रहे हैं।मिर्ची का फसल कम जगह में कम लागत से अधिक मात्रा में मुनाफा कमाया जा सकता है बदलते समय में परलकोट के किसान आधुनिक उपकरणों से फसल उँगा रहे हैं एवं मुनाफा भी कमा रहे हैं विभाग द्वारा किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ समय समय पर दिया जाता हैं।Conclusion:बाइट - 01 रथिन बैनर्जी(reo कृषि विभाग पखांजुर)टीशर्ट की कलार नीला

बाइट - 02 अशीम बिस्वास(किसान भूरा रंग की टीशर्ट)

बाइट - 03 महादेव गोलदार(किसान सफेद टीशर्ट)

रिपोर्टर - देबाशीष बिस्वास पखांजुर 7587849010,6266609661
Last Updated : Dec 2, 2019, 10:02 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.