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Naxalites set fire to vehicles in Kanker: कांकेर में नक्सलियों ने फूंकी गाड़ियां, आगजनी के बाद वीडियो भी बनाया

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Published : Mar 5, 2022, 8:20 AM IST

Updated : Mar 5, 2022, 5:05 PM IST

Naxalites set fire to vehicles in Kanker: कांकेर में नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगी पांच गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.

Naxalites set fire to vehicles in Kanker
कांकेर में नक्सलियों ने गाड़ियों में आग लगाई

कांकेर: जिला मुख्यालय के नजदीक मलांजकुडुम जाने वाले रोड पर मर्रापी गांव के पास नक्सलियों ने आगजनी की घटना को अंजाम (Naxalites set fire to vehicles in Kanker) दिया . नक्सलियों ने 5 गाड़ियों में आग लगा दी. जिसमें 1 जेसीबी, 2 मिक्सचर मशीन, 2 हाइवा है. सभी गाड़ियां सड़क निर्माण के काम में लगी हुई थी. शुक्रवार दिनदहाड़े नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया है. एसपी शलभ सिन्हा ने घटना की पुष्टि कर दी है.

कांकेर में नक्सलियों ने गाड़ियों में आग लगाई

कांकेर में नक्सलियों ने आगजनी का वीडियो बनाया (Naxalites made video of fire in Kanker )

आमतौर पर नक्सली इस तरह की घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो जाते हैं. लेकिन इस बार नक्सलियों ने ना सिर्फ गाड़ियों में आग लगाई बल्कि उसका वीडियो भी बनाया. आग लगाने के बाद एक वर्दीधारी नक्सली ने उसका वीडियो बनाया. इस दौरान आस-पास कई और वर्दीधारी नक्सली मौजूद रहे.

10 साल बाद क्षेत्र में नक्सलियों का आतंक

मर्रापी से कलमुच्चे प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत 3 किमी की सड़क का निर्माण किया जा रहा था. ETV भारत नक्सलियों द्वारा वाहनों में की गई आगजनी स्थल में पहुंचा. आग लगी गाड़िया तो ठंडी हो चुकी थी. आस-पास के गांवों में दहशत का माहौल है. 10 सालों के बाद नक्सलियों ने क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है.

कलमुच्चे और मरका के लोगों ने नहीं देखी सड़क

कलमुच्चे और मरका के लिए पहुंच मार्ग नहीं है. कलमुच्चे अगर किसी को जाना हो तो उसे कांकेर -आमाबेड़ा मार्ग में पड़ने वाला गांव गुमझिर जाना होगा. वहां से कच्ची पथरीले सड़क के रास्ते कलमुच्चे जाया जा सकता है. जिसकी जिला मुख्यालय से तकरीबन 30 किमी दूरी तय करना पड़ेगा. दूसरा रास्ता घने जंगल और पहाड़ियों के रास्ते होते 10 किलोमीटर का रास्ता तय कर तुलतुली जाने के बाद एक पक्की सड़क नसीब होगी. जिसकी जिला मुख्यालय से दूरी तकरीब 25 किलोमीटर है. इसी कच्चे सड़क का ग्रामीण आवागन के किए इस्तेमाल करते हैं. ऐसा नही है कि ग्रामीणों ने किसी से सड़क की गुहार न लगाई हो. ग्रामीण बताते है कि ' गांव में सड़क निर्माण के किए राजधानी जाकर पूर्व मुख्यमंत्री को आवेदन दे चुके हैं. जिले में तमाम विधायक, सांसद तक को फरियाद लगा चुके हैं लेकिन कभी सड़क नहीं बनी. अब सड़क बन भी रही है तो नक्सली उसे बनने नहीं दे रहे हैं.

पाकिस्तान की शिया मस्जिद में जुमे की नमाज़ के दौरान विस्फोट, 56 की मौत, 200 जख्मी, इस्लामिक स्टेट ने ली जिम्मेदारी

बीते दिनों नक्सलियों के उत्पात की घटनाएं

  • छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर नक्सलियों का उत्पात, वाहनों को लगाई आग, मजदूरों को बनाया बंधक
  • बीजापुर में नक्सलियों का उत्पात: दो वाहनों को किया आग के हवाले
  • नारायणपुर में नक्सलियों ने तीन ट्रकों को लगाई आग, दी धमकी
  • नारायणपुर में नक्सलियों का उत्पात, तीन ट्रकों में लगाई आग





कांकेर: जिला मुख्यालय के नजदीक मलांजकुडुम जाने वाले रोड पर मर्रापी गांव के पास नक्सलियों ने आगजनी की घटना को अंजाम (Naxalites set fire to vehicles in Kanker) दिया . नक्सलियों ने 5 गाड़ियों में आग लगा दी. जिसमें 1 जेसीबी, 2 मिक्सचर मशीन, 2 हाइवा है. सभी गाड़ियां सड़क निर्माण के काम में लगी हुई थी. शुक्रवार दिनदहाड़े नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया है. एसपी शलभ सिन्हा ने घटना की पुष्टि कर दी है.

कांकेर में नक्सलियों ने गाड़ियों में आग लगाई

कांकेर में नक्सलियों ने आगजनी का वीडियो बनाया (Naxalites made video of fire in Kanker )

आमतौर पर नक्सली इस तरह की घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो जाते हैं. लेकिन इस बार नक्सलियों ने ना सिर्फ गाड़ियों में आग लगाई बल्कि उसका वीडियो भी बनाया. आग लगाने के बाद एक वर्दीधारी नक्सली ने उसका वीडियो बनाया. इस दौरान आस-पास कई और वर्दीधारी नक्सली मौजूद रहे.

10 साल बाद क्षेत्र में नक्सलियों का आतंक

मर्रापी से कलमुच्चे प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत 3 किमी की सड़क का निर्माण किया जा रहा था. ETV भारत नक्सलियों द्वारा वाहनों में की गई आगजनी स्थल में पहुंचा. आग लगी गाड़िया तो ठंडी हो चुकी थी. आस-पास के गांवों में दहशत का माहौल है. 10 सालों के बाद नक्सलियों ने क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है.

कलमुच्चे और मरका के लोगों ने नहीं देखी सड़क

कलमुच्चे और मरका के लिए पहुंच मार्ग नहीं है. कलमुच्चे अगर किसी को जाना हो तो उसे कांकेर -आमाबेड़ा मार्ग में पड़ने वाला गांव गुमझिर जाना होगा. वहां से कच्ची पथरीले सड़क के रास्ते कलमुच्चे जाया जा सकता है. जिसकी जिला मुख्यालय से तकरीबन 30 किमी दूरी तय करना पड़ेगा. दूसरा रास्ता घने जंगल और पहाड़ियों के रास्ते होते 10 किलोमीटर का रास्ता तय कर तुलतुली जाने के बाद एक पक्की सड़क नसीब होगी. जिसकी जिला मुख्यालय से दूरी तकरीब 25 किलोमीटर है. इसी कच्चे सड़क का ग्रामीण आवागन के किए इस्तेमाल करते हैं. ऐसा नही है कि ग्रामीणों ने किसी से सड़क की गुहार न लगाई हो. ग्रामीण बताते है कि ' गांव में सड़क निर्माण के किए राजधानी जाकर पूर्व मुख्यमंत्री को आवेदन दे चुके हैं. जिले में तमाम विधायक, सांसद तक को फरियाद लगा चुके हैं लेकिन कभी सड़क नहीं बनी. अब सड़क बन भी रही है तो नक्सली उसे बनने नहीं दे रहे हैं.

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बीते दिनों नक्सलियों के उत्पात की घटनाएं

  • छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर नक्सलियों का उत्पात, वाहनों को लगाई आग, मजदूरों को बनाया बंधक
  • बीजापुर में नक्सलियों का उत्पात: दो वाहनों को किया आग के हवाले
  • नारायणपुर में नक्सलियों ने तीन ट्रकों को लगाई आग, दी धमकी
  • नारायणपुर में नक्सलियों का उत्पात, तीन ट्रकों में लगाई आग





Last Updated : Mar 5, 2022, 5:05 PM IST
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