कांकेर : छत्तीसगढ़ में बस्तर संभाग नक्सल आतंक के लिए जाना जाता है. इन दिनों नक्सली बैकफुट पर हैं.पुलिस की लगातार कार्रवाई और जवानों के सर्च ऑपरेशन के कारण नक्सली बड़ी वारदातों को करने में नाकाम हो रहे हैं. इंटेलिजेंस की मदद से जवान और पुलिस के साथ डीआरजी नक्सलियों की मांद में घुसकर लोहा ले रहे हैं.लिहाजा अब नक्सलियों ने पुलिस और जवानों को अपने जाल में फंसाने के लिए नया तरीका इजाद किया है.बावजूद इसके सुरक्षा बलों की सक्रियता के कारण नक्सली अपने नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं.
क्या है नक्सलियों का नया तरीका ? : नक्सली पुलिस और सुरक्षाबलों को अपने जाल में फंसाने के लिए किसी फिल्मी स्क्रिप्ट की तरह काम कर रहे हैं.इसका ताजा उदाहरण पिछले दिनों हुए नक्सल ऑपरेशन में देखने को मिला.
पहली घटना : बेलगाल मोड़ के पास देखने को मिला. जहां पर नक्सलियों ने बैनर पोस्टर लगाए थे.इसी के साथ नक्सलियों ने कुछ गुब्बारों को भी मौके पर लगाया था.सुरक्षा बलों ने बैनर पोस्टर को हटाने के साथ गुब्बारों को पहले चेक किया इसके बाद मौके से हटाया.
दूसरी घटना : छोटेबेठिया क्षेत्र में नक्सलियों ने फोन टावर के पास नक्सली पोस्टर लगाकर पीएलजीए सप्ताह मनाने की अपील की.लेकिन पोस्टर के पास ही एक ब्लूटूथ स्पीकर भी छोड़ा.जब सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे तो उन्होंने पाया कि बैनर पोस्टर के पास एक अजीब सी चीज है.तीन घंटों की जांच के बाद जब टीम आश्वस्त हुई कि इसमें कोई आईईडी कनेक्ट नहीं है,तो उन्होंने एरिया क्लियर किया.
तीसरी घटना : पिछली दो घटनाओं की ही तरह नक्सलियों ने रेंगावाही में बैनर पोस्टर के साथ एक ब्लूटूथ स्पीकर भी लगाया.सूचना पाकर मौके पर पुलिस की टीम पहुंची.पुलिस ने पिछली दोनों घटनाओं की ही तरह इस मामले में भी पहले एरिया की अच्छे से जांच की.जिसमें उन्हें कामयाबी मिली.क्योंकि इस बार ब्लूटूथ स्पीकर के साथ आईईडी कनेक्ट की गई थी.जिसे सतर्कता के साथ निकालकर डिफ्यूज किया गया. छोटेबेठिया थाना क्षेत्र में रेंगावाही मार्ग के वेल्लोढ़ा गांव के पास नक्सलियों ने बैनर के साथ ब्लूटूथ स्पीकर आईईडी प्लांट किया था.
नक्सली साजिश को पुलिस ने किया नाकाम : कांकेर एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि अभी-अभी बांदे में एक घटना हुई थी. जिसमें ब्लूटूथ स्पीकर रखा गया था. वहां बैनर पोस्टर बांधा गया था. लेकिन सर्च करने पर वहां आईईडी नहीं मिली. 2 दिन बाद फिर नक्सलियों ने बैनर पोस्टर बांधकर पुराना तरीका अपनाया.इस बार ब्लूटूथ स्पीकर के साथ आईईडी भी मिली.जिसे जवानों ने नष्ट किया.
''हम लगातार नक्सल अभियान चला रहे हैं. चुनाव के समय जो मुठभेड़ हुई है उसमें एक मुठभेड़ में हमने एके-47, उससे पहले मुठभेड़ हुई थी, उसमें ऑटोमेटिक इंसांस राइफल और दो नक्सलियों का शव बरामद किया था.'' दिव्यांग पटेल,एसपी
आपको बता दें कि चुनाव के समय में भी लगातार पुलिस ने अभियान चलाया.ताकि मतदान प्रभावित ना हो.चुनाव के समय भी नक्सलियों ने संवेदनशील जगहों पर वारदात करने की कोशिश की थी.जिसे विफल किया गया. चुनावी महीने की बात करें तो 11 नक्सल वारदात देखने को मिली हैं. इस दौरान तीन बार नक्सल मुठभेड़ हुई.जिसमें एक जवान शहीद हुआ.वहीं 5 बेकसूर ग्रामीणों की भी जान गई.