कांकेर: जिले के कोयलीबेड़ा क्षेत्र में नक्सलियों ने एक बार फिर भारी मात्रा में बैनर और पोस्टर लगाए हैं. नक्सलियों ने पुलिस पर नारायणपुर के मरकाबेड़ा गांव में निर्दोष आदिवासियों से मारपीट का आरोप लगाया है. इसके साथ ही एक ग्रामीण रामसू वेदड़ा को जबरन गिरफ्तार करने का भी आरोप लगाया है.
नक्सलियों का आरोप है कि, '4 फरवरी को पुलिस बल के द्वारा मरकाबेड़ा गांव में ग्रामीणों की बेदम पिटाई की गई है. साथ ही 'जनताना' के संचालित स्कूल में आगजनी भी की गई.' नक्सलियों ने आरोप लगाया है कि स्कूल में पढ़ाने वाले उनकी दो महिला साथियों मैनी और सुनीता को गिरफ्तार किया है, लेकिन उन्हें अभी तक कोर्ट में पेश नहीं किया गया है.
इसके पहले उत्तर बस्तर डिवीजन के सचिव अर्जुन पड्डा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर ये बात कबूल किया कि मरकाबेड़ा में संचालित स्कूल नक्सलियों का ही है. अर्जुन पड्डा ने प्रेस नोट के माध्यम से आरोप लगाया है कि, 'इस क्षेत्र में आदिवासियों को शिक्षा से वंचित रखा गया है, जहां नक्सली ही शिक्षा दे रहे थे. पुलिस ने उनके दो निहत्थे महिला साथियों को जबरदस्ती गिरफ्तार किया है.