कांकेरः 18 अप्रैल को दूसरे चरण के चुनाव के दौरान हुई बंपर वोटिंग से बौखलाए नक्सलियों ने रविवार रात तुमसनार के ग्राम पटेल की बेरहमी से हत्या कर दी थी. लोकतंत्र की जीत से बौखलाए नक्सलियों ने जनप्रतिनिधियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है.
ईवीटी भारत ने की बातचीत
ईटीवी भारत ने तुमसनार पहुंचकर ग्राम पटेट के परिजनों से बात की. सदमे में डूबी दनसाय की पत्नी ने बताया कि शाम करीब 7 से 8 के बीच, 10 से 15 बंदूकधारी नक्सलियों ने उसके पति को उठा ले गए और उसकी हत्या कर दी. बेटी तो रुंधे गले से पहले कुछ बोल न पाई लेकिन बाद में बताया कि उसके पिता को कुछ साल पहले नक्सलियों ने मारने की धमकी भी दी थी.
पहले भी कर चुके है पिटाई
देर रात दनसाय का शव जंगल के पास पड़ा मिला. जिसके बाद सुबह ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी. वहीं दनसाय कवाची की बेटी ने बताया कि लगभग 4 से 5 साल पहले भी नक्सलियों ने उसके पिता की पिटाई कर पुलिस का साथ न देने की चेतवानी दी थी.
बताया जा रहा है कि गत रात तुमसनार गांव में 50 से 60 वर्दीधारी नक्सली घुस आए थें. इनमें से लगभग 15 नक्सली ग्राम पटेल दनसाय कवाची के घर में जबरन घुसकर उसे अपने साथ उठा ले गए. इस दौरान दनसाय के घरवालों ने नक्सलियों का पीछा भी किया, लेकिन नक्सलियों ने उन्हें डरा धमका कर भगा दिया. इसके बाद नक्सिलयों ने दनसाय को जंगल में ले जाकर उसकी पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी.
कुएमारी एरिया कमेटी रही है सक्रिय
पुसाघाटी इलाके में लगभग डेढ़ साल बाद नक्सली गतिविधि देखने को मिली है. इस इलाके में कुएमारी एरिया कमेटी सक्रिय रही है. इस घटना के पीछे भी कुएमारी एरिया कमेटी का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 19 अप्रैल को भी नक्सलियों ने पुसाघाटी के एक जनप्रतिनिधि की बेदम पिटाई की थी, लेकिन दहशत के चलते यह मामला थाने तक नहीं पहुंच सका.
सर्चिंग हुई तेज
आमाबेड़ा थाना प्रभारी बी.आर धुर्व का कहना है कि इलाके में सर्चिंग बढ़ा दी गई है. नक्सलियों की मौजूदगी को देखते हुए जवानों को जंगल की ओर भेजा गया है. उन्होंने बताया कि ग्राम पटेल की हत्या के पीछे की वजह फिलहाल साफ नहीं है.