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शहीद गणेश कुंजाम के परिवार को अब तक नहीं मिली नौकरी

गलवान घाटी में भारत चीन सीमा के बीच दोनों तरफ के सैनिकों में खूनी झड़प हुई थी. जिसमें कांकेर के गिधाली के रहने वाले जवान गणेश राम कुंजाम शहीद हो गए थे. शहीद गणेश का परिवार नौकरी के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहा है.

Martyr Ganesh of kanker
शहीद गणेश कुंजाम का परिवार
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Published : Jan 25, 2021, 9:50 PM IST

Updated : Jan 25, 2021, 11:05 PM IST

कांकेर: गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 जवान शहीद हो गए. इस झड़प में छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के छोटे से गांव गिधाली का बेटा गणेश राम कुंजाम भी शहीद हो गया था. पूरे परिवार का एकलौता सहारा अपने पिता के कंधों पर फिर से उस जिम्मेदारी को छोड़ गया, जिसे पिता ने उसे सौंपा था. गणेश के जाने के बाद आज परिवार को दर दर भटकना पढ़ रहा है.

शहीद के परिवार को अब तक नहीं मिली नौकरी

गणेश परिवार में माता-पिता के साथ दो बहनों के अकेले भाई थे. गणेश के शहीद होने पर सरकार ने गांव के स्कूल को शहीद के नाम करने और एक परिजन को नौकरी देने की बात कही थी. स्कूल तो शहीद के नाम कर दिया गया, लेकिन नौकरी अब तक नहीं मिली. एक साल बीतने को है. परिवार लगातार जिला मुख्यालय से लेकर राजधानी के चक्कर लगा रहा है.

पढ़ें-कुंजाम को सलाम: परिवार को 20 लाख रुपये की सहायता, जहां पढ़े गणेश वो स्कूल उनके नाम से जाना जाएगा

दरअसल, 15 जून 2020 को गलवान घाटी में भारत चीन सीमा के बीच दोनों तरफ के सैनिकों में खूनी झड़प हुई थी. इस घटना में भारत के 20 वीर सपूत चीनी सेना का डटकर मुकाबला करते हुए शहीद हो गए. जिसमें कांकेर के गिधाली का रहने वाला जवान गणेश राम कुंजाम भी शहीद हो गए थे. शहीद गणेश अपने मां बाप का इकलौता बेटा था. स्कूल की पढ़ाई के तुरंत बाद गणेश ने आर्मी ज्वाइन की और मोर्चे पर अलग-अलग इलाकों में तैनात रहे.

नौकरी के लिए काट रहे दफ्तरों के चक्कर

मई 2020 में जब उनकी पोस्टिंग लद्दाख में हुई उस वक्त उन्होंने फोन पर परिवार के लोगो से अंतिम बार बात की थी. गणेश परिवार में माता-पिता के साथ दो बहनों के अकेले भाई थे. शहीद की बहन गंगा कुंजाम कहती है कि परिवार के सदस्य नौकरी के लिए लगातार चक्कर काट रहे हैं. कलेक्टर से लेकर पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन आज भी उनके हाथ खाली है.

पढ़ें-कांकेर: शहीद गणेश कुंजाम के परिजनों ने पूछा- 'कब लेगी चीन से बदला मोदी सरकार'

जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सीएमएस बाबू ने बताया कि जितने भी सम्मान, कैश अवॉर्ड देने थे वो सभी मिल चुके हैं और उनका पेंशन भी शुरू हो गया है. अनुकंपा निधि, केंद्र सरकार के मंत्रालय के पास विचारधीन है. आशा करते हैं जल्दी अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.

कांकेर: गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 जवान शहीद हो गए. इस झड़प में छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के छोटे से गांव गिधाली का बेटा गणेश राम कुंजाम भी शहीद हो गया था. पूरे परिवार का एकलौता सहारा अपने पिता के कंधों पर फिर से उस जिम्मेदारी को छोड़ गया, जिसे पिता ने उसे सौंपा था. गणेश के जाने के बाद आज परिवार को दर दर भटकना पढ़ रहा है.

शहीद के परिवार को अब तक नहीं मिली नौकरी

गणेश परिवार में माता-पिता के साथ दो बहनों के अकेले भाई थे. गणेश के शहीद होने पर सरकार ने गांव के स्कूल को शहीद के नाम करने और एक परिजन को नौकरी देने की बात कही थी. स्कूल तो शहीद के नाम कर दिया गया, लेकिन नौकरी अब तक नहीं मिली. एक साल बीतने को है. परिवार लगातार जिला मुख्यालय से लेकर राजधानी के चक्कर लगा रहा है.

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दरअसल, 15 जून 2020 को गलवान घाटी में भारत चीन सीमा के बीच दोनों तरफ के सैनिकों में खूनी झड़प हुई थी. इस घटना में भारत के 20 वीर सपूत चीनी सेना का डटकर मुकाबला करते हुए शहीद हो गए. जिसमें कांकेर के गिधाली का रहने वाला जवान गणेश राम कुंजाम भी शहीद हो गए थे. शहीद गणेश अपने मां बाप का इकलौता बेटा था. स्कूल की पढ़ाई के तुरंत बाद गणेश ने आर्मी ज्वाइन की और मोर्चे पर अलग-अलग इलाकों में तैनात रहे.

नौकरी के लिए काट रहे दफ्तरों के चक्कर

मई 2020 में जब उनकी पोस्टिंग लद्दाख में हुई उस वक्त उन्होंने फोन पर परिवार के लोगो से अंतिम बार बात की थी. गणेश परिवार में माता-पिता के साथ दो बहनों के अकेले भाई थे. शहीद की बहन गंगा कुंजाम कहती है कि परिवार के सदस्य नौकरी के लिए लगातार चक्कर काट रहे हैं. कलेक्टर से लेकर पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन आज भी उनके हाथ खाली है.

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जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सीएमएस बाबू ने बताया कि जितने भी सम्मान, कैश अवॉर्ड देने थे वो सभी मिल चुके हैं और उनका पेंशन भी शुरू हो गया है. अनुकंपा निधि, केंद्र सरकार के मंत्रालय के पास विचारधीन है. आशा करते हैं जल्दी अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.

Last Updated : Jan 25, 2021, 11:05 PM IST
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