कांकेर: चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही छत्तीसगढ़ प्रशासन ने कमर कस ली है. छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में तीन विधानसभा सीटें है. कांकेर जिला नक्सल प्रभावित है, यही कारण है कि यहां मतदान कराना किसी चुनौती से कम नहीं है. इस बीच कांकेर में रेनबो पोलिंग बूथ बनाया गया है. यहां थर्ड जेंडर मतदाता मतदान करेंगे. साथ ही इन पोलिंग बूथों पर थर्ड जेंडर के ही जवान सुरक्षा के लिए तैनात होंगे. कांकेर में इस बार के चुनाव में रेनबो पोलिंग बूथ चर्चा का विषय बना हुआ है.
कांकेर में चुनाव के दौरान सुरक्षा के कैसे इंतजाम हैं, इसे जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कांकेर कलेक्टर प्रियंका शुक्ला से बातचीत की. उन्होंने बताया कि "इस बार हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि कोई भी मतदाता मतदान के अधिकार से वंचित न रहे. इसके लिए हमने मतदान केंद्रों की संख्या को बढ़ा दिया है. जिले में 32 नए मतदान केन्द्र खोले गए हैं. इसके अलावा विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान चला जा रहा है. अभियान के तहत बीएलओ ने घर-घर दौरा किया. जिनका नाम जुड़ा नहीं था, उनके नाम को जोड़ा गया. अभी नामांकन कलेक्टर परिसर में लिया जा रहा है. आयोग के निर्देश के अनुसार सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखा जा रहा है."
अंतागढ़ में सबसे अधिक सेंसेटिव पोलिंग बूथ: कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने बताया कि, "हमारे जिले के तीनों विधानसभा में 727 मतदान केंद्र हैं, इनमें 285 नक्सल प्रभावित, 35 वल्नरेबल, 30 क्रिटिकल, 377 सामान्य मतदान केन्द्र है. अंतागढ़ विधानसभा में सबसे ज्यादा 156 नक्सल प्रभावित मतदान केंद्र है. वहीं, भानुप्रतापपुर विधानसभा में 94 नक्सल प्रभावित मतदान केन्द्र है. कांकेर विधानसभा में 35 नक्सल प्रभावित मतदान केन्द्र है."
कांकेर में मतदान केंद्रों में इस बार होंगी ये खास सुविधाएं:
शतायु वोटर वृक्ष अभियान: शतायु वोटर वृक्ष अभियान के तहत 100 साल से अधिक उम्र वाले वोटरों के नाम से मतदान केंद्र परिसर में मतदान के बाद उनके ही हाथों से एक पौधा लगाया जाएगा. 100 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं को मतदान केंद्र लाने के लिए स्वीप टीम मदद करेंगे.
रेनबो पोलिंग बूथ: कांकेर जिले के अन्तागढ़ विधानसभा में रेनबो पोलिंग बूथ अपने आप में एक अनोखा पोलिंग बूथ होगा. जहां सुरक्षा में लगे सभी जवान तृतीय लिंग के होंगे. ये जवान जिले में बस्तर फाइटर में भर्ती तृतीय लिंग के जवान होंगे, जो मतदान केंद्र की सुरक्षा में लगे होंगे. इससे समाज में तृतीय लिंग को लेकर जो गलत धारणाएं है, वह दूर होंगी.
बिटिया डेस्क की मिलेगी सुविधा: बिटिया डेस्क भी कांकेर जिले के तीन विधानसभा में होगा. यहां फर्स्ट टाइम वोटर युवतियों की संख्या अधिक होगी. वंहा बिटिया डेस्क बनाया जाएगा. शादी होकर आने वाली नई बहुओं और पहली बार मतदान करने वाली युवतियों की झिझक को बिटिया डेस्क दूर करेगी.
मतदान के बाद सेल्फी कॉर्नर: इतना ही नहीं 18+ के साथ मतदान करने के बाद सेल्फी कॉर्नर में सेल्फी लेकर प्रशासन के ईमेल या व्हाट्सएप नंबर पर भेजने पर प्रशासन की ओर से लकी ड्रॉ के माध्यम से उन्हें पुरस्कार भी दिया जाएगा. सभी प्राप्त सेल्फियों का लक्की ड्रॉ निकाला जाएगा. प्रथम तीन विजेताओं को पुरस्कार दिए जाएंगे.
वोटरों से वोट की अपील: कुछ मतदान केंद्रों में मतदानकर्मियों को हेलीकॉप्टर से भेजे जाएंगे. हालांकि प्रियंका शुक्ला ने सुरक्षा की बात कहकर उन मतदान केद्रों की जानकारी नहीं दी. साथ ही उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र के कुछ मतदान केंद्र शिफ्ट किए जाएंगे. समय के साथ इसकी जानकारी दी जाएगी. इसके साथ ही जिला कलेक्टर ने कांकेर के वोटरों से मतदान की अपील की है.