कांकेर: सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के तहत नक्सल हिंसा से वीरान हो चुके गांव महला में उजाड़ पड़े माध्यमिक शाला भवन का परतापुर पुलिस ने जीर्णोद्वार कराया. कांकेर पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने फीता काट शाला भवन का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा " नक्सल प्रभावित महला गांव काफी संवेदनशील है. गांव 10 से 12 साल पहले विस्थापित हो चुका था. लेकिन अब फिर से गांव वाले वापस लौट रहे हैं. स्कूल का भवन काफी जर्जर अवस्था में था. हमें विचार आया कि सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के तहत स्कूल में कुछ बेहतर कर सके. इसी के तहत ग्रामीणों से सहयोग मांगा. उनके सहयोग से स्कूल की बिल्डिंग का मरम्मत कराया. आज स्कूल भवन का उद्घाटन किया. अब बच्चों की कक्षाएं यहीं चलेगी. बीएसएफ जवानों और पुलिस जवानों ने काफी अच्छा काम किया. इसी तरह के काम आगे भी करते रहेंगे. "Kanker Partapur police built school building
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कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने आगे बताया "साल 2018 में सीओबी कैम्प महला को स्थापित किया गया. पुलिस बल एवं बीएसएफ के द्वारा क्षेत्र में लगातार गस्त, सर्चिंग, एम्बुशिंग कर क्षेत्र को सुरक्षित किया गया. इससे विस्थापित गांव वालों का सुरक्षा बल के प्रति विश्वास बढ़ने लगा और पुनः अपने घर को वापस लौटने लगे. महला वासी वापस अपने घरों में लौट कर बेहद खुश है. अपनी खेती-बाड़ी, घर द्वार साजने-संवारने में लगे हैं. " village deserted by Naxal violence in chhattisgarh
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ग्राम महला कभी नक्सलियों का गढ़ हुआ करता था. सुरक्षाबलों के लगातार प्रयास से यहां जन-जीवन सामान्य होने लगा है. यहां के लोग शिक्षा के साथ ही साथ विकास भी चाहते हैं. स्कूल भवन के जीर्णोद्धार हो जाने से ग्रामवासी, स्कूल के छात्र / छात्रा एवं शिक्षकगण खुश है.