कांकेर: अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसियों में गुटबाजी चरम पर है. छत्तीसगढ़ में जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रही है, पार्टी पर्यवेक्षकों के सामने शक्ति प्रदर्शन हो या फिर लोकार्पण-भूमिपूजन के काम में गुटबाजी खुले तौर पर दिखने लगी है. पखांजूर नगर पंचायत के तहत होने वाले 6.86 करोड़ के निर्माण कार्यो का भूमिपूजन कार्यक्रम इसका ताजा उदारहण है. 80 विकास कार्यों के शिलालेख बनाए गए, लेकिन किसी के शिलान्यस में कांग्रेस विधायक अनूप नाग को जगह नहीं मिली.
भूमिपूजन कार्यक्रम में दिखी गुटबाजी: दरअसल, पखांजूर नगर पंचायत में अधोसंरचना मद से कुल 6.86 करोड़ के 80 निर्माण कार्य का भूमिपूजन 3 अक्टूबर को रखा गया था. करोड़ों के कार्य के लिए नगर पंचायत पखांजूर, सएीमओ ने बैनर पोस्ट बनवाए. इसमें स्थानीय अंतागढ़ विधायक अनूप नाग को बैनर पोस्टर और भूमिपूजन के शिलालेखों में जगह नहीं दी गई. बैनर पोस्टर में कांग्रेस नेता और नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली को मुख्य अतिथि बनाया गया. गुटबाजी के चलते अंतागढ़ विधायक अनूप नाग को पूरी तरह कार्यक्रम से दूर रखा गया. भूमिपूजन कार्यक्रम कांग्रेस के ही दूसरे गुट के नेता और नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली ने रखी थी.
नपा अध्यक्ष ने विधायक को बताया बिजी: नगर पंचायत पखांजूर अध्यक्ष बप्पा गांगुली ने कहा, भाजपा सपोर्टरों को कांग्रेस में गुटबाजी दिखती है. कांग्रेस के लोग एकजुट हैं. कोई गुटबाजी नहीं है. हम तो नगर पंचायत में भाजपा पार्षद से भी नारियल फोड़वाते हैं. विधायक महोदय व्यस्त होने के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके. आचार सहिंता को देखते हुए आनन फानन में कार्यक्रम रखा गया था. विधायक महोदय के नहीं आने के कारण शिलालेखों में उनका नाम नहीं लिखा गया.
"मुझे जहां बुलाया जाता है, वहां जरूर जाता हूं. मुझे पखांजूर नगर पंचायत के कार्यक्रम में क्यों नहीं बुलाया गया, ये उनका लुकआऊट है? मै कितना व्यस्त हूं, यह मुझसे ज्यादा वे बता रहे हैं. यह समझ से परे है." अनुप नाग, अंतागढ़ विधायक
कांग्रेस में गुटबाजी का भाजपा उठने लगी फायदा: इससे पहले पर्यवेक्षक के सामने प्रदर्शन में गुटबाजी खुलकर सामने आई थी. हाल ही में स्वतंत्रा दिवस के मुख्य कार्यक्रम में विधायक अनुप नाग को आमंत्रित किया गया था. नगर पंचायत अध्यक्ष ने मुख्य कार्यक्रम से पूरे समय दूरी बनाए रखी. जबकि वे सुबह नगर पंचायत में आयोजित ध्वजारोहण कार्यक्रम में मौजूद थे. वहीं अंतागढ़ विधानसभा में कांग्रेस नेताओं के बीच गुटबाजी खुलकर सामने आ रही हैं, जिसे भुनाने भाजपा भी कोई मौका नहीं छोड़ रही है.