कांकेर: जिले के पुलिस ने सायबर फ्राड के नए तरीके का भांडा फोड़ किया है. कांकेर पुलिस ने 4 आरोपियों को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है. चारों आरोपी फर्जी पुलिस बनकर सायबर अपराध को अंजाम देते थे. ऑनलाइन एफआईआर से नंबर निकाल कर आरोपी ठगी को अंजाम देते थे. आरोपियों ने कांकेर समेत छत्तीसगढ़ के 8 जिलों में भी सायबर फ्रॉड को अंजाम दे चुके हैं. अन्य राज्यों में भी इस तरह के सायबर फ्राड को उन्होंने अंजाम दिया था.
मध्यप्रदेश से सायबर ठग गिरफ्तार: कांकेर एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया, "कांकेर जिले के चारामा थाना में मनीषा वर्मा, पुष्पा बाई और उत्सव जुर्री ने शिकाीयत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि आरोपी पुलिस अधिकारी बनकर फोन करते थे और उनके प्रकरण में कार्रवाई और दूसरे पक्ष को जेल भेजने के नाम पर के नाम पर पैसों की मांग करते थे. शिकायत के आधार पर चारामा थाना पुलिस और साइबर सेल कांकेर की संयुक्त टीम गठित की गई. टीम को आरोपी के खोजबीन के लिए मध्यप्रदेश रवाना किया गया. जहां टीम ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है."
पीड़ितों के प्रकरण में कार्रवाई के नाम पर उगाही: पुलिस के अनुसार, गिरोह में मनीष कुशवाह एवं विजय कुशवाह मोबाईल सीम की व्यवस्था करते थे. जबकि अनीत यादव एवं लवकेश यादव दोनों छत्तीसगढ़ और अन्य राज्य के पुलिस पोर्टल को खोलकर वहां के दर्ज हुए प्रकरण में दिये गये प्रार्थियों के मोबाईल नंबर निकालते थे. पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पुलिस अधिकारी बनकर उनके प्रकरण में कार्रवाई के नाम पर पैसों की मांग करते थे. आरोपीयों द्वारा यूपीआई के माध्यम से पैसे लेकर आपस में बांट लेते थे.
चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल: इन सायबर ठगों ने कांकेर के अलावा दुर्ग, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर, बिलासपुर, गरियाबंद, महासमुंद, सरगुजा जिले में कई लोगो को अपना निशाना बनाया है. सायबर अपराध के तहत ठगी को अंजाम देने वाले चारो आरोपियों के खिलाफ कांकेर थाना पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.