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कांकेर: निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवांटित, जानिए किसे मिला कौन सा चिन्ह

कांकेर में नगरीय निकाय चुनाव के मद्देनजर सभी निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह बांट दिया गया है. वहीं शहर में कुल 21 वार्ड हैं, जिसमें कुल 72 प्रत्याशी मैदान में हैं.

Independent candidates were allotted election symbol in kanker
र्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवांटित
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Published : Dec 11, 2019, 8:34 AM IST

Updated : Dec 11, 2019, 10:45 AM IST

कांकेर: नगरीय निकाय चुनाव में नामांकन वापसी के बाद निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह का आबंटन कर दिया गया है. निर्दलीय प्रत्यशियों में इस बार भी चुनाव चिन्ह में दो पत्ती छाप की खास डिमांड देखी गई. जिस वार्ड में एक से अधिक निर्दलीय प्रत्याशी हैं. उनमें से कुछ में दो पत्ती छाप के लिए लाटरी भी निकालनी पड़ी. दो पत्ती छाप की डिमांड की पीछे की वजह दिलचस्प है.

निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवांटित

बता दें, शहर में कुल 21 वार्ड हैं, जिसमें से 5 वार्डों में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है. वहीं तीन वार्ड में आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं. इसके अलावा निर्दलीय भी मैदान में हैं. 21 वार्ड में कुल 72 प्रत्याशी मैदान में है, जिसमें 42 भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशी, 3 आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी हैं. वहीं 27 निर्दलीय प्रत्याशी हैं, जिसमें से 11 निर्दलीय प्रत्याशी दो पत्ती छाप पर चुनाव लड़ रहे हैं.

वहीं निकाय चुनाव में प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह में पहली प्रथमिकता दो पत्ती को दी थी, जहां एक ही निर्दलीय प्रत्याशी थे. उन्हें आसानी से उनके पसंद का चुनाव चिन्ह मिल गया, जबकि जिस वार्ड में एक से अधिक निर्दलीय प्रत्याशी थे. उनमें से कुछ वार्ड में लाटरी भी निकालनी पड़ी है.
बरगद का पेड़ दूसरी पसंद
दो पत्ती के अलावा निर्दलीय प्रत्यशियों की दूसरी पसंद बरगद का पेड़ है, इस चुनाव चिन्ह पर 6 प्रत्याशी मैदान में है, इसके अलावा अन्य प्रत्याशियों ने उगता सूरज, पतंग, तराजू छाप चुनाव चिन्ह प्राप्त किया है.
5 वार्ड में सीधी टक्कर
कांग्रेस और भाजपा के बीच 5 वार्डों में सीधी टक्कर है, जिसमें एमजी वार्ड, शितलापरा वार्ड, राजापारा वार्ड, शिव नगर वार्ड और माहुरबन्द पारा वार्ड में कोई भी निर्दलीय प्रत्याशी नहीं है. यहां जीत हार का फैसला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही होना है.
दो पत्ती की खास वजह
2005 में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष रवि श्रीवास्तव ने अपनी पत्नी आरती रवि श्रीवास्तव को अपने पैनल के साथ निर्दलीय मैदान में उतारा था. उस दौरान पालिका अध्यक्ष के लिए बरगद का पेड़ और अपने पैनल के सभी पार्षद प्रत्याशियों के लिए दो पत्ती छाप से चुनाव लड़ा था. जिसमें 18 वार्ड में से 16 में इस पैनल के प्रत्याशी चुनाव जीत कर आए थे. वहीं आरती श्रीवास्तव ने भी पालिका अध्यक्ष में जीत दर्ज की थी, उसके बाद से ही नगर पालिका चुनाव में कांकेर में इन दो चुनाव चिन्ह की खास डिमांड रही है.

कांकेर: नगरीय निकाय चुनाव में नामांकन वापसी के बाद निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह का आबंटन कर दिया गया है. निर्दलीय प्रत्यशियों में इस बार भी चुनाव चिन्ह में दो पत्ती छाप की खास डिमांड देखी गई. जिस वार्ड में एक से अधिक निर्दलीय प्रत्याशी हैं. उनमें से कुछ में दो पत्ती छाप के लिए लाटरी भी निकालनी पड़ी. दो पत्ती छाप की डिमांड की पीछे की वजह दिलचस्प है.

निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवांटित

बता दें, शहर में कुल 21 वार्ड हैं, जिसमें से 5 वार्डों में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है. वहीं तीन वार्ड में आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं. इसके अलावा निर्दलीय भी मैदान में हैं. 21 वार्ड में कुल 72 प्रत्याशी मैदान में है, जिसमें 42 भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशी, 3 आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी हैं. वहीं 27 निर्दलीय प्रत्याशी हैं, जिसमें से 11 निर्दलीय प्रत्याशी दो पत्ती छाप पर चुनाव लड़ रहे हैं.

वहीं निकाय चुनाव में प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह में पहली प्रथमिकता दो पत्ती को दी थी, जहां एक ही निर्दलीय प्रत्याशी थे. उन्हें आसानी से उनके पसंद का चुनाव चिन्ह मिल गया, जबकि जिस वार्ड में एक से अधिक निर्दलीय प्रत्याशी थे. उनमें से कुछ वार्ड में लाटरी भी निकालनी पड़ी है.
बरगद का पेड़ दूसरी पसंद
दो पत्ती के अलावा निर्दलीय प्रत्यशियों की दूसरी पसंद बरगद का पेड़ है, इस चुनाव चिन्ह पर 6 प्रत्याशी मैदान में है, इसके अलावा अन्य प्रत्याशियों ने उगता सूरज, पतंग, तराजू छाप चुनाव चिन्ह प्राप्त किया है.
5 वार्ड में सीधी टक्कर
कांग्रेस और भाजपा के बीच 5 वार्डों में सीधी टक्कर है, जिसमें एमजी वार्ड, शितलापरा वार्ड, राजापारा वार्ड, शिव नगर वार्ड और माहुरबन्द पारा वार्ड में कोई भी निर्दलीय प्रत्याशी नहीं है. यहां जीत हार का फैसला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही होना है.
दो पत्ती की खास वजह
2005 में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष रवि श्रीवास्तव ने अपनी पत्नी आरती रवि श्रीवास्तव को अपने पैनल के साथ निर्दलीय मैदान में उतारा था. उस दौरान पालिका अध्यक्ष के लिए बरगद का पेड़ और अपने पैनल के सभी पार्षद प्रत्याशियों के लिए दो पत्ती छाप से चुनाव लड़ा था. जिसमें 18 वार्ड में से 16 में इस पैनल के प्रत्याशी चुनाव जीत कर आए थे. वहीं आरती श्रीवास्तव ने भी पालिका अध्यक्ष में जीत दर्ज की थी, उसके बाद से ही नगर पालिका चुनाव में कांकेर में इन दो चुनाव चिन्ह की खास डिमांड रही है.

Intro:कांकेर - नगरीय निकाय चुनाव में नामांकन वापसी के बाद निर्दलीय प्रत्याशियो को चुनाव चिन्ह का आबंटन कर दिया गया है, निर्दलीय प्रत्यशियों में इस बार भी चुनाव चिन्ह में दो पत्ती छाप की खास डिमांड देखी गई, जिस वार्ड में एक से अधिक निर्दलीय प्रत्याशी है उनमें से कुछ में दो पत्ती छाप के लिए लाटरी भी निकालनी पड़ी । दो पत्ती छाप की डिमांड की पीछे की वजह दिलचस्प है।


Body:शहर में कुल 21 वार्ड है जिसमे से 5 वार्ड में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है, वही तीन वार्ड में आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशी उतारे है, इसके अलावा निर्दलीय भी मैदान में है ।
21 वार्ड में कुल 72 प्रत्याशी मैदान में है, जिसमे 42 भाजपा- कांग्रेस के प्रत्याशी 3 आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी है, वही 27 निर्दलीय प्रत्याशी है, जिसमें से 11 निर्दलीय प्रत्याशी दो पत्ती छाप में चुनाव लड़ रहे है, प्रत्याशियो ने चुनाव चिन्ह में पहली प्रथमिकता दो पत्ती को दी थी, जहा एक ही निर्दलीय प्रत्याशी थे उन्हें आसानी से उनके पसंद का चूनाव चिन्ह मिल गया , जबकि जिस वार्ड में एक से अधिक निर्दलीय प्रत्याशी थे उनमें से कुछ वार्ड में लाटरी भी निकालनी पड़ी है ।

बरगद का पेड़ दूसरी पसंद
दो पत्ती के अलावा निर्दलीय प्रत्यशियों की दूसरी पसंद बरगद का पेड़ है, इस चुनाव चिन्ह पर 6 प्रत्याशी मैदान में है, इसके अलावा अन्य प्रत्याशियो ने उगता सूरज , पतंग , तराजू छाप चुनाव चिन्ह प्राप्त किया है।

5 वार्ड में सीधी टक्कर

कांग्रेस और भाजपा के बीच 5 वार्डो में सीधी टक्कर है, जिसमे एमजी वार्ड, शितलापरा वार्ड , राजापारा वार्ड , शिव नगर वार्ड और माहुरबन्द पारा वार्ड में कोई भी निर्दलीय प्रत्याशी नही है यहां जीत हार का फैसला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही होना है ।


Conclusion:दो पत्ती की खास वजह
2005 में कांग्रेस से टिकट नही मिलने पर तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष रवि श्रीवास्तव ने अपनी पत्नी आरती रवि श्रीवास्तव को अपने पैनल के साथ निर्दलीय मैदान में उतारा था, उस दौरान पालिका अध्यक्ष के लिए बरगद का पेड़ और अपने पैनल के सभी पार्षद प्रत्याशियो के लिए दो पत्ती छाप से चुनाव लड़ा था । जिसमे 18 वार्ड में से 16 में इस पैनल के प्रत्याशी चुनाव जीत कर आये थे और आरती श्रीवास्तव ने भी पालिकाध्यक्ष में जीत दर्ज की थी, उसके बाद से ही नगर पालिका चुनाव में कांकेर में इन दो चुनाव चिन्ह की खास डिमांड देखी जाती रही है।

पीटीसी
Last Updated : Dec 11, 2019, 10:45 AM IST
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