सड़क दुर्घटनाओं को कई तरह से रोकने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन इसका परिणाम उलट ही नजर आ रहा है. सड़क दुर्घटना से होने वाली मौतों के आंकड़े हर साल बढ़ते जा रहे हैं.
बनाया अनोखा हेलमेट
इन्हीं सड़क दुर्घटनाओं से लोगों की जान की रक्षा हो सके इसलिए कांकेर जिले के केंद्रीय विद्यालय के 11वीं के एक छात्र रूपल देवांगन ने अपने शिक्षक की मदद से एक ऐसा हेलमेट बनाया है, जिससे एक्सीडेंट वाले स्थान पर घायल को तुरंत बिना किसी देर के अस्पताल पहुंचाया जा सकता है.
छात्र ने एक ऐसा हेलमेट बनाया है, जिससे दुर्घटना को रोका जा सकता है. यदि दुर्घटना हो भी जाये तो पुलिस, संजीवनी समेत एक साथ 16 लोगों तक लोकेशन के साथ मैसेज अपने आप सेंड हो जाएंगा, जिससे दुर्घटना में घायल को समय पर इलाज मिल सकेगा और उसकी जान बचाई जा सकेगी.
ये भी है खूबी
रूपल ने अपने शिक्षक की मदद से ये अनोखा हेलमेट बनाया है, जिसे काफी सराहना मिल रही है. ये हेलमेट सेंसर सिस्टम से संचालित होता है. इस हेलमेट में चिप लगे हुए हैं जो कि बाइक में लगे सेंसर से कनेक्ट होगा. इस हेलमेट में एक एल्कोहल सेंसर भी लगा हुआ है, यदि चालक ने अधिक मात्रा में शराब पी रखी होगी तो यह सेंसर उसे भांप लेगा और बाइक चालू ही नहीं होगी.
कुछ इस तरह हेलमेट करेगा काम
इस हेलमेट में लगे चिप का भी काफी महत्व है. यदि बाइक चालक इस हेलमेट को लगाकर बाइक चलाते हैं और वो किसी दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं, इस दौरान जैसे ही हेलमेट किसी चीज से टकराएगा बाइक बंद हो जाएगी और जीपीएस के जरिये एक मैसेज लोकेशन के साथ एक साथ 16 लोगों तक सीधे पहुंच जाएगा, जिसमें पुलिस, एम्बुलेंस के नंबर के साथ ही अपने परिचितों के नंबर जोड़े जा सकते हैं.
मिल चुका है पुरुस्कार
वास्तव में इस युवा वैज्ञानिक ने सड़क दुर्घटना को रोकने और दुर्घटना होने पर घायल की जान बचाने के लिए एक सराहनीय पहल की है. रूपल देवांगन ने इस मॉडल को राज्य स्तरीय मॉडल प्रतियोगिता में प्रस्तुत किया था, जहां उन्हें प्रथम पुरस्कार मिला था और अब वो नेशनल स्तर पर देहरादून में इस मॉडल को प्रस्तुत करने वाले हैं.
हेलमेट का फायदा, जब लोग हेलमेट पहनने जागरूक हो
रूपल ने अपनी मेहनत से सड़क दुर्घटना के दौरान बचाव के लिए अनोखा और सराहनीय हेलमेट तो बनाया है, लेकिन उनकी ये मेहनत तभी सफल होगी जब लोग हेलमेट पहनकर जागरूक होंगे.
लोग करते हैं मनमानी
अक्सर देखा जाता है लोग सुरक्षा कारणों से नहीं बल्कि पुलिस के डर से घर से हेलमेट लेकर निकलते हैं और इसे पहनने के बजाय साथ लेकर घूमते हैं. जहां पुलिस देखी वहां हेलमेट लगा लेते हैं फिर हेलमेट मात्र बाइक में लटककर उसकी शोभा बढ़ाने का काम ही करते हैं.
इस हेलमेट की खासियत यह भी है कि यदि इसे एक बार बाइक से सेंसर के जरिये कनेक्ट कर दिया जाता है तो जब तक आप इस हेलमेट को पहनेंगे नहीं आपकी बाइक चालू भी नहीं होगी.